बालाघाट। यहां एक बार फिर से छात्रों ने मुख्यालय पहुंचकर छात्रावास के अधीक्षक की शिकायत कर उसे हटाने की मांग की है। इस बार का मामला शासकीय भंडेरी आदिवासी बालक छात्रावास का मामला है। कभी तबियत खराब होने पर बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल तक लेकर नहीं जाया जाता है और कभी बच्चों के कहने पर वे बच्चे को अस्पताल लेकर जाते हैं तो वे तब तक उसका उपचार नहीं कराते है जब तक उक्त बच्चे के परिजनों से बातचीत नहीं करते हैं तब तक उसका उपचार तक नहीं कराते हैं।
शराब पीकर आते हैं अधीक्षक करते हैं बुरा व्यवहार
जिला मुख्यालय पहुंचे शासकीय भंडेरी आदिवासी बालक छात्रावास के छात्रों ने बताया कि वे लोग अधीक्षक के व्यवहार से काफी परेशान है और उनसे उन्हें डर लगता है। छात्रों ने बताया कि उनके अधीक्षक छात्रावास में शराब पीकर आते हैं और फिर उनके साथ बुरा व्यवहार करते हैं। उनसे किसी भी प्रकार की बातचीत करने पर वे गाली-गलौज कर मारपीट करते हैं।
तत्काल ही हटाकर नए अधीक्षक को पदस्थ करने की मांग
छात्रों ने बताया कि अधीक्षक की शिकायत करने के बाद वे कुछ दिनों तक सही व्यवहार करते हैं लेकिन फिर से वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं। छात्रावास में बच्चे नहीं रहने की बाम कह रहे हैं, जिसके चलते ही हम सभी छात्र मजबूरीवश मुख्यालय पहुंचे हैं और कलेक्टर से अधीक्षक को तत्काल ही हटाकर किसी अन्य अधीक्षक को पदस्थ करने की मांग की है।