मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन सावन के महीने में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी को लेकर चर्चा में है. यहां देशभर से श्रद्धालु वहां आकर महाकाल के दर्शन करने हैं. ऐसे में सही तरह से व्यवस्था बनाए रखने के लिए उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने एक बैठक लेकर सभी अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की. इस बैठक में तमाम मुद्दों पर बातचीत की गई कि कैसे व्यवस्थाओं को और सुधारा जाए और इस बार बाबा महाकाल की सवारी को और भी भव्य स्तर पर किस तरह से निकाला जाए.
इस बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को तमाम निर्देश दिए. जिस तरह बाबा महाकाल की प्रथम सवारी में जनजाति दलों के द्वारा प्रस्तुति देकर इस सवारी को और भी भव्यता दी की गई थी उसी तरह से आने वाले समय में 350 पुलिस जवानों का पुलिस बैंड भी आगामी सवारी में शामिल होगा और वहीं नासिक और काशी से आए लगभग 1000 कलाकार डमरू बजाकर अपनी प्रस्तुति देंगे.
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने ली बैठक
बाबा महाकाल की प्रथम सवारी भव्य रूप से निकल चुकी है, लेकिन इस सवारी के दौरान क्या सही रहा, किन इंतजामों पर काम करने की जरूरत है और अब क्या-क्या सुधार किए जा सकते हैं इसी को लेकर उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने एक बैठक ली जिसमें बताया गया कि आगामी समय में हमें सवारी को भव्य बनाने के लिए तो काम करना ही है, लेकिन इसके साथ ही छोटी-छोटी बातों पर भी काम करने की आवश्यकता है जो की इस सवारी में अव्यवस्था का कारण बने थे. बैठक में कलेक्टर ने कहा कि बाबा महाकाल की सवारी की व्यवस्थाओं के अंतर्गत हमें हरसिद्धि पाल, गोपाल मंदिर, छत्री चौक और बाकी स्थानों पर और भी बेहतर इंतजाम करने की जरूरत है.
सवारी में डीजे निकाले जाने पर लगी रोक
बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा की गई कि पिछली सवारी में डीजे निकाले जाने के दौरान काफी अवस्थाएं सामने आई थीं इसलिए सोमवार को निकाली जाने वाली सवारी में कोई भी भजन मंडलियां अपने साथ डीजे लेकर ना आएं. इस बात का अधिकारी प्रमुख रूप से ध्यान रखें. यह बाबा महाकाल की परंपरागत रूप से निकलने वाली सवारी है इसमें शामिल होने वाले भक्त अपने साथ ढोल, मंजीरे, डमरू और ढोल लेकर आ सकते हैं लेकिन सवारी में डीजे का उपयोग अब नहीं होना चाहिए. इसके साथ ही बैठक में रामघाट के सामने वाले क्षेत्र दत्त अखाड़ा से इस बार परंपरागत रूप से वाद्य यंत्रों की प्रस्तुति दी जाने पर भी सहमति बनी है.
होटल संचालक ना कर पाएं धोखाधड़ी
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बैठक में अधिकारियों को इस बात के निर्देश दिए कि सवारी की व्यवस्थाओं के साथ ही श्रावण महीने में बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के साथ होने वाली ठगी को रोकने की और भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि कई बार ऐसी शिकायतें मिली हैं कि होटल संचालक बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से मनमाने पैसे वसूलते हैं. कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों से कहा कि हमें इतना सतर्क रहना है कि बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले किसी भी श्रद्धालु के साथ अब होटल संचालक किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी न कर सके.