मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में गुरुवार को खेत में भारतीय वायु सेना का एक लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ये विमान मिराज-2000 था. विमान के क्रैश होने पर घायल पायलटों में से एक ने दर्द से कराहते हुए ग्वालियर एयरबेस के एक अधिकारी से फोन पर बात की. बात करने के लिए संभवतः एक ग्रामीण से मोबाइल फोन उधार लिया था.
बरहेटा सुनारी गांव के पास दुर्घटनास्थल पर किसी व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किए गए उनके बीच संवाद का दो मिनट का ऑडियो-वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है. इस वीडियो में पायलट को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘जोशी, जाधव बोल रहा हूं. मैं विमान से बाहर निकल आया हूं. मैं नदी के दक्षिण में कहीं हूं. मेरा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. मेरे साथ भोला सर हैं. मैं आपको अपने निर्देशांक भेजूंगा. मेरा स्थान ये है. विमान जल रहा है और ऊपर से देखा जा सकता है. भोला सर मुझसे लगभग एक किमी दूर हैं. मैं संभवतः विमान के पश्चिम में हूं. भोला सर संभवतः विमान के पूर्व में हैं.
सह-पायलट का पता लगाने के लिए कहा
बीच-बीच में पायलट अपने आस-पास के ग्रामीणों से चुप रहने के लिए कहता है ताकि वह बिना किसी परेशानी के अधिकारी से बात कर सके. ये मैसेज कनवे करने के बाद पायलट ने पास बैठे एक ग्रामीण को फोन थमा दिया. दर्द से कराह रहे पायलट को जब ग्रामीणों ने चिकित्सा सहायता की पेशकश की, तो उसने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए एक वाहन आ रहा है. इसके बाद पायलट ने गांव वालों से अपने सह-पायलट के बारे में पता लगाने को कहा.
ग्वालियर एयरबेस से भरी थी उड़ान
रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का मिराज-2000 लड़ाकू विमान दोपहर में खड़ी फसलों के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. सेन्ट्रल एयर कमांड के प्रवक्ता ने बताया कि नियमित उड़ान पर निकला यह दो सीटों वाला प्रशिक्षण विमान दोपहर करीब 2.40 बजे दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद आग की चपेट में आ गया. लड़ाकू विमान ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी.
अधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, लेकिन उन्हें चोटें आईं और उन्हें हेलीकॉप्टर से ग्वालियर ले जाया गया. फिलहाल पायलटों को ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भारतीय वायु सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि सिस्टम में खराबी आने के बाद लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं.