रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में खान-पान की सामग्री ट्रेनों में बेचने वाले अवैध वेंडरो के बीच मंगलवार रात जम्मूतवी एक्सप्रेस में चाकूबाजी हो गई। इस घटना में तीन वेंडर गंभीर रूप से घायल हैं। चलती ट्रेन में हुई वारदात से कोच के यात्री भी दहशत में रहे। ट्रेन जैसे ही रतलाम स्टेशन पर पहुंची घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में भी घायलों के परिजन ने जमकर हंगामा किया। पूरी वारदात ने रेलवे प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। घायल उमेश निवासी राम मंदिर क्षेत्र ने बताया कि मैं, मेरा भाई गोलू उर्फ नरेंद्र प्रजापत निवासी मोतीनगर और प्रकाश नंदेड़ा निवासी मोती नगर हम तीनों ट्रेन में पॉपकार्न बेचते हैं।

 मंगलवार रात गुजरात के दाहोद से जम्मूतवी एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार होकर रतलाम आ रहे थे। रास्ते में रावटी के पास अमरगढ़ और भैरोगढ़ स्टेशन के बीच ट्रेन में आइसक्रीम बेचने वाले दशरथ ने विवाद किया। दशरथ ने तीनों पर चाकू से हमला किया। जैसे-तैसे वहां से जान बचाकर निकले। इस दौरान ट्रेन के डिब्बे में अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म 5 पर रात 9.30 बजे आई। घायलों को तुरंत एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ घायलों के परिजनों को जानकारी लगने पर वह भी अपने आस पड़ोस के लोगों के साथ अस्पताल पहुंचे। इस दौरान घायलों के परिजनों को पता चला कि चाकू मारने वाला आरोपी भी यहां घायल अवस्था में पहुंचा तो घायलों के कुछ साथियों ने उसके साथ जिला अस्पताल में मारपीट शुरू कर दी, इससे वहां हंगामा हो गया।

 स्टेशन रोड़ थाना पुलिस हंगामा की सूचना पर मौके पर पहुंच गई थी। ट्रेन में खानपान का सामान बेचने को लेकर अवैध वेंडरों के बीच विवाद काफी पुराना बताया जा रहा है। घायल प्रकाश की पत्नी आरती ने बताया कि 20 दिन पहले भी दशरथ ने मेरे पति के सिर पर लोहे की रॉड मारी थी। इसके बाद से ही दशरथ और उसका भाई अमृत लगातार विवाद कर रहे हैं। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच जीआरपी कर रही है। खुले आम ट्रेन में चाकू बाजी की घटना ने रेलवे सुरक्षा बलों की लापरवाही उजागर कर दी है। रतलाम रेलवे प्रशासन सहित आरपीएफ और जीआरपीएफ की सांठगांठ से ट्रेनों में अवैध वेंडरों का व्यापार काफी फल फूल रहा है।