दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को कहीं बारिश तो कहीं मौसम साफ रहा. मौसम विभाग ने बुधवार को हल्की बारिश का अनुमान जताया है. आसमान में बादल छाए रहेंगे और ठंडी हवाएं चलेंगी. राष्ट्रीय राजधानी में तीन दिनों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश में भी बारिश की संभावना जताई है.
दिल्ली में मंगलवार को कई इलाकों में सुबह के वक्त बारिश हुई. दोपहर के वक्त धूप निकलने से लोगों को उमस जैसे हालातों का सामना करना पड़ा. कई जगह जलभराव की समस्या बनी रही. सुबह के समय वाहनों को जाम का सामना करना पडा. मौसम विभाग बुधवार को हल्की व मध्यम बारिश की आशंका जताई है. आईएमडी के मुताबिक, 24 घंटे बाद फिर से बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा. इसके लिए मौसम विभाग ने तीन दिन का येलो अलर्ट जारी किया है.
उत्तर प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश
उत्तर प्रदेश में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अगले सात दिनों का पूर्वानुमान जताया है. आईएमडी ने अपने बुलेटिन में 23 और 24 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है. इनमें एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, शामली, बिजनौर, फर्रूखाबाद, इटावा, बागपत, बरेली, बदायूं, आगरा, मथुरा, मुरादाबाद, अमरोहा, गाजियाबाद, नोएडा, बुलन्दशहर, मेरठ, हापुड़, सहारनपुर, अलीगढ़, हाथरस, मुजफ्फरनगर, रामपुर, शाहजहांपुर और औरैया जिले शामिल हैं. इसके अलावा 21 और 24 अगस्त पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, गाजीपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
बिहार, हिमाचल और उत्तराखंड में अलर्ट
बारिश को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी किया गया है. इससे पहले राजधानी पटना समेत कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई. इसके अलावा मौसम विभाग ने अगले सात दिनों का पूर्वानुमान जारी किया है. इनमें उत्तर-पश्चिम भारत के उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, राजस्थान में भी बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक, 21, 25 और 26 अगस्त को हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं 21 और 26 अगस्त को उत्तराखंड में बारिश का अलर्ट है.
ऐसे बन रहे बारिश के हालात
मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि अगले सात दिनों में मौसम में बदलाव का कारण कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी बांग्लादेश और पड़ोस पर बना हुआ है. अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम बंगाल में पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है. मानसून की द्रोणिका का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के करीब है और इसका पूर्वी छोर औसत समुद्र तल पर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में है. एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और पड़ोस में निचले क्षोभमंडल स्तरों पर बना हुआ है.