छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर में रविवार की सुबह गधे-गधाईया के विवाह कराने का मामला सामने आया है। जहां यह शादी शहर के बीच बाजार गांधी चौक बाजरा में कराई गई। इस दौरान यहां के लोगों ने मज़ाकिया अंदाज़ में और गधा-गधईया पक्ष की भूमिका में नजर आए और इस सब के साक्षी बने। इतना नहीं इस दौरान गधों को मिठाई खिलाई और बांटी, ढ़ोल-नगाड़े बजे और गाजे बाजे के साथ जमकर नाच हुआ। लोगों की मानें तो पहले मेढ़क और मेढकी के विवाह कराये जाते थे जिससे अच्छी बारिश होने लगती थी, पर इस बार ट्रेक चेंज कर दिया है और अन्य शहरों की भांति और दूसरों की देखा-देखी गधा-गधईया का विवाह बीच चौराहे पर कराया गया है।

अन्य लोगों की मानें तो जैसे अब मजे के लिए कुछ भी करने लगे हैं। नया करने के चक्कर में लोग कुछ भी किए जा रहे हैं। ऐसे तो आने वाले समय में इस तरह से तो परम्पराओं का भी मजाक बनने लगेंगे। पहले मेढक-मेढकी का विवाह और अब गधा-गधईया का विवाह महज़ एक उपहास बनकर रह गया है। कई लोगों का कहना है कि इंसान अपने मजे मजाक बनने के लिये इस तरह के काम करता है, और टोने-टोटके का सहारा लेता है।

यहां गधों की बात करें तो पहले गधों को मूर्ख कहा जाता था और लोग इसे देखकर दूर भागते थे, पर अब आलम यह है कि लोग इसे अपने पास लाकर रस्म अदायगी कर रहे हैं, फिर चाहे वह भले ही कुछ समय के लिए ही क्यों न हो गधों को अपने करीब ला रहे हैं और उनकी आवभगत कर शादियां तक कर और करा रहे हैं।