हरियाणा विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिलने के बाद अब कांग्रेस के भीतर हार और उसके कारण पर मंथन जारी है. गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने समीक्षा बैठक बुलाई. बैठक में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस के पर्यवेक्षक अजय माकन और अशोक गहलोत मौजूद रहे.
इस समीक्षा बैठक में कांग्रेस की ओर से हरियाणा में फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाने का फैसला लिया गया है. ताकि हार के असल कारणों का पता लग सके. कांग्रेस हाईकमान की तरफ से कहा गया है कि इस रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी.
क्या काम करेगी फैक्ट फाइंडिंग टीम?
कांग्रेस आलाकमान की तरफ से निर्देश मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक अगले 1-2 दिन कांग्रेस इस कमेटी का ऐलान करेगी, जिसमे वरिष्ठ और अनुभवी नेताओ को शामिल किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के जरिए यह जानने की कोशिश कर रही है कि किस तरह कांग्रेस के बागी उम्मीदवारों ने नुकसान किया और किस सीट पर किस निर्दलीय उम्मीदवार का आका कौन था?
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान इस कमेटी के जरिए यह पता करना चाहता है कि, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला का हाथ किस किस निर्दलीय के पीछे था और किसने नुकसान किया और कितनों को मनाया गया.
कहा जा रहा है कि हरियाणा में नेताओ के अंतर्कलह कांंग्रेस की हार का बड़ा, रहा इसलिए अब कांग्रेस नेतृत्व इस बात की तह तक जा कर अपना फैसला लेना चाहता है. दरअसल, कई एक सीट पर हरियाणा में कांग्रेस के कई बागी थे और करीब 12 सीटों पर सीधे बागियों के चलते कांग्रेस हार गई.
हरियाणा की 37 सीटों पर सिमट गई कांग्रेस
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने से चूक गई. पार्टी को 90 में से सिर्फ 37 सीटों पर जीत मिली है. हरियाणा में सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों की जरूरत होती है.