जमीन घोटाले मामले में जेल से बेल पर रिहा होने के बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को एक्शन में नजर आए. हेमंत सोरेन ने बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ हेमंत सोरेन का आम लोगों ने स्वागत किया. इस अवसर पर हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में जल्द चुनाव कराने की योजना बना रही है, लेकिन जब भी बीजेपी चुनाव करा ले. इस राज्य के लोग उसका सफाया कर देगी.

इस अवसर पर कल्पना सोरेन ने ट्वीट किया कि आपका अटूट प्यार ही झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की ताकत है. आप सभी के समर्थन से ही झारखंड विकास के पथ पर अग्रसर है. हम आपके साथ से ही झारखण्ड की स्वर्णिम कहानी लिखेंगे.

इस अवसर पर हेमंत सोरेन भाजपा पर उनके खिलाफ कथित तौर पर साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद में बीजेपी बुरी तरह से पराजित होगी.

धन शोधन मामले में राज्य उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद हेमंत सोरेन को शुक्रवार को बिरसा मुंडा जेल से रिहा कर दिया गया. न्यायालय ने कहा कि प्रथम दृष्टया वह दोषी नहीं हैं और याचिकाकर्ता द्वारा जमानत पर कोई अपराध करने की कोई संभावना नहीं है. झामुमो नेता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 8.36 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था.

पहले विधानसभा चुनाव कराने की योजना

सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा ने सभी संवैधानिक प्रतिष्ठानों को नियंत्रित कर रखा है, लेकिन हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में लोगों ने उन्हें सबक सिखाया है. हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी जानकारी में सामने आया है कि वे विधानसभा चुनाव समय से पहले कराने की योजना बना रहे हैं. वह उन्हें चुनौती देते हैं कि वे जब चाहें चुनाव करा लें.भाजपा राज्यों में आदिवासियों को मुख्यमंत्री बना रही है, लेकिन वे सिर्फ रबर स्टैंप हैं.

केंद्र पर सोरेन ने लगाए ये आरोप

सोरेन ने दावा किया कि पिछले पांच महीनों में झारखंड की प्रगति की गति जानबूझकर धीमी कर दी गई है, क्योंकि भाजपा झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन की लोकप्रियता से डर गई है, जिसने आदिवासियों, गरीबों और वंचितों के लिए कल्याणकारी कदम उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को भारत के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने में महारत हासिल है. इसने लोगों को जाति, पंथ, धर्म और अमीर-गरीब के आधार पर बांट दिया है.