देवास। देवास जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती एक युवक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद शव को आगरा-मुंबई हाइवे पर रखकर जाम लगा दिया। हंगामें से रास्ते से गुजर रहे लोगों को परेशानी हो रही है।
4 करोड़ रुपये से अधिक के गबन में फंसे देवास जिला अस्पताल के कई अधिकारी-कर्मचारियों के छुट्टी पर चले गए हैं। अस्पताल में चल रही अव्यवस्थाओं के बीच शनिवार को उपचार के दौरान एक युवक की मौत हो गई।
अस्पताल में मची अफरा-तफरी
युवक की मौत के बाद स्वजन व परिचित लोग आक्रोशित हो गए और अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी जिससे अफरा-तफरी मच गई। जिला अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर आगरा-मुंबई रोड पर बैठकर जाम कर दिया।
देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सिविल लाइंस चौराहा व वनमंडल चौराहा की ओर बेरेकेडिंग करके यातायात को डायवर्ट किया। इससे ताराणी कॉलोनी होकर आने वाले रास्ते पर यातायात का दबाव बढ़ गया।
कुछ वाहन तहसील चौराहा से कालानी बाग की ओर होते हुए भी निकले। देवास जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम रोजड़ी निवासी युवक को शुक्रवार शाम को भर्ती किया गया था। यहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। दोपहर 12 बजे तक रास्ता जाम करके लोग डटे हुए थे।
उपचार में नहीं हुई कोई लापरवाही
22 वर्षीय युवक की मौत सीवियर एनीमिया की स्थिति होने के कारण हुई है। ऐसी जानकारी मिली है कि उसे पहले किसी निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिला अस्पताल में उपचार में लापरवाही के आरोप निराधार हैं। डॉक्टरों की पैनल से पीएम करवाया जाएगा। – डॉ. अजय पटेल, आरएमओ जिला अस्पताल।