Varanasi News in hindi: वाराणसी जिलाधिकारी का आदेश, सभी स्कूल इतने दिनों के लिए बंद

Varanasi News: वाराणसी और आसपासी जिलों में तीखी गर्मी और बढ़ती उमस ने लोगों को परेशान कर दिया है। दिनभर में तापमान के साथ ही धूप की तेजी बढ़ रही है।
अलसुबह कुछ समय के लिए हवा में नमी के कारण राहत मिलती है, लेकिन 7 बजे के बाद से ही धूप इतनी तेज हो रही है कि लोगों को परेशानी हो रही है। तापमान के उतार-चढ़ाव से लोगों की बेचैनी भी बढ़ रही है।
मंगलवार की सुबह थोड़ी हवा चलने से राहत मिली, लेकिन यह बाद में रुक गई। धूप इतनी तेज हो गई कि लोग परेशान हो गए।
तापमान की बात करें तो तीन दिन पहले अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मंगलवार को 39.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
कक्षा एक से आठ तक के छात्रों की ग्रीष्मावकाश शुरू हो गई है। जिले के सभी परिषदीय, यूपी बोर्ड, सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के स्कूलों पर ये लागू होगा।
16 मई से 15 जून तक ग्रीष्मावकाश होगा। इसके बाद 16 जून से नया सत्र शुरू होगा।
इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद पाठक ने बताया है कि शिक्षण कार्य बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, और अन्य कर्मचारी समय के अनुसार विद्यालय पहुंच कर विभागीय कार्य करेंगे।
छात्रों के लिए यह गर्मी की छुट्टियों का समय है और वे अपनी छुट्टियों का आनंद ले रहे हैं। यह समय उन्हें आराम करने और नए सत्र की तैयारी करने का मौका देता है।
गर्मी की तेजी और बढ़ती उमस के कारण लोगों को आवागमन करने में कठिनाई हो रही है। धूप के कारण जानलेवा गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
लोग इस मौसम में अपने खुद को ठंडक पहुंचाने के लिए आहार, पानी और आवास का ध्यान रखने की सलाह दिया जा रहा है। उन्हें धूप से बचने के लिए उचित धूप-छांव का इस्तेमाल करना चाहिए और तेज धूप में बाहर जाने से बचना चाहिए।
गर्मी की इस दौरान, सार्वजनिक स्थानों पर भी ध्यान देने की सलाह दी जा रही है। लोगों को धूप से बचने के लिए टोपी, धूपी, और संरक्षा सामग्री का उपयोग करना चाहिए। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों, और अस्वस्थ व्यक्तियों को धूप से बचाने के लिए सतर्क रहना चाहिए।
इसके अलावा, जल्दी से तपन के लक्षणों का पहचान करना और तत्पर रहना आवश्यक है।
यदि किसी व्यक्ति को गर्मी के कारण चक्कर आने, थकान, उल्टी, दस्त, या त्वचा में जलन जैसे लक्षण हों, तो उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए।
वैज्ञानिक प्रो मनोज श्रीवास्तव ने बताया है कि इन तीखी गर्मी के मौसम में ध्यान रखने के साथ-साथ अच्छे पेय पदार्थों का सेवन भी करना चाहिए। शरबत, नारियल पानी, ठंडे दूध, और तरबूज जैसे पेय पदार्थ शरीर को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करेंगे।
इस तापमान में, लोगों को अपनी स्वास्थ्य और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
School Closed: वाराणसी में आज से कक्षा 8वीं तक के स्कूल बंद
गर्मी से बचने के उपाय-
1. धूप से बचें: तेज धूप में बाहर जाने से बचें, अगर जरूरत हो तो उचित धूप-छांव का उपयोग करें। धूपी, टोपी, और आरामदायक कपड़े पहनें।
2. पानी का सेवन करें: गर्मी में अधिक पानी पिएं। नियमित अंतराल में पानी पिएं और ऊर्जा बनाए रखने के लिए हाइड्रेशन करें।
3. ठंडे खाद्य पदार्थ खाएं: तरबूज, नारियल पानी, खीरा, ताजगी वाला दूध, और शरबत जैसे ठंडे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ये आपको शीतलता प्रदान करेंगे।
4. आहार का ध्यान रखें: गर्मी में हल्का और पौष्टिक आहार लें। तले हुए, मसालेदार और तीखे भोजन से बचें। फल, सब्जियां, दालें, अंकुरित अनाज, और शाकाहारी पदार्थों को प्राथमिकता दें।
5. शरीर की सुरक्षा करें: शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए धूप से बचने के साथ-साथ उपयोगी सामग्री जैसे धूपी, धूपवाली, और शेल्टर का उपयोग करें।
6. जगह में रहें: अधिक संभव हो, घर के अंदर ठंडी जगह में रहें। एयर कंडीशनिंग, पंखे या छत के नीचे छांव में रहने का प्रयास करें।
7. संयमित व्यायाम करें: गर्मी के दौरान अधिक शारीरिक गतिविधि से बचें। अधिक गर्मी में शरीर ज्यादा ताप उत्पन्न करता है, इसलिए शारीरिक गतिविधि को संयमित रखें।
8. स्वच्छता रखें: अपने शरीर की स्वच्छता का ध्यान रखें। नियमित स्नान करें और उचित तरीके से साफ-सुथरे रहें। अधिक पसीना आने पर नियमित रूप से नहाएं ताकि शरीर ठंडा रहे।
9. शीतल पदार्थों का उपयोग करें: ठंडे पानी के स्नान करें और शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए ठंडे पदार्थों का सेवन करें।