लुधियाना: स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों की कोई कमी नहीं है, फिर भी संगरूर, फिरोजपुर और लुधियाना जैसे शहर में जिला स्वास्थ्य अधिकारी के पद के लिए अन्य जिलों के अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। फूड कमिश्नर द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पटियाला की जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. गुरप्रीत कौर को संगरूर, श्री मुक्तसर साहिब में तैनात जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दुपेंद्र कुमार को फिरोजपुर तथा जालंधर के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुखविंदर सिंह को लुधियाना के जिला स्वास्थ्य अधिकारी पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उल्लेखनीय है कि लुधियाना जैसे शहर में टेंपरेरी अधिकारी की तैनाती से शहर में कई प्रकार की चर्चाएं आम है कि इतने बड़े जिले में खाने-पीने की वस्तुओं की जांच का कार्य कैसे संपन्न होगा, जबकि जिले में व्यापक फूड सैंपलिंग की आवश्यकता है। यह भी चर्चा है कि लुधियाना जैसे शहर में पोस्टिंग के लिए दो पूर्व अधिकारी भी काफी जद्दोजहद कर रहे हैं, जिनके कार्यकाल में उलझे मामले अब तक नहीं सुलझ सके हैं।

पूर्व में पंजाब सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी नारों व दावों के विपरीत काम कर चुके अधिकारी अभी भी कानून के शिकंजे से बाहर हैं और उनके कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के कांड अभी भी फाइलों में धूल फांक रहे हैं। 10 क्विंटल जप्त मिलावटी देसी घी का स्टॉक गायब होना, 27 क्विंटल जप्त मिलावटी देसी घी के स्टॉक में टेंपरिंग करने के मामले में किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि इस मामले का हर छोटे-बड़े अधिकारी को पता है। दोनों जगह पर फूड सेफ्टी अफसरो ने इंस्पेक्शन करके अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है जिसमें 10 क्विंटल देसी घी के स्टॉक के बारे में कहा गया है कि वहां उसका नामोनिशान नहीं है तथा 27 क्विंटल जप्त मिलावटी देसी घी के मामले में फूड सेफ्टी अफसर में स्टॉक में टेंपरिंग होने की बात कही है। दोनों मामलों में ना तो किसी अधिकारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई है और ना ही पुलिस में चोरी का मामला दर्ज कराया गया है।