अजीत प्रसाद समाजवादी पार्टी से मिल्कीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उप चुनाव के लिए उनका टिकट आज फाइनल कर दिया है. अजीत प्रसाद फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. अवधेश प्रसाद सांसद बन जाने के बाद ये सीट खाली हो गई थी. अवधेश प्रसाद ही मिल्कीपुर सुरक्षित सीट से विधायक थे. वह नौ बार एमएलए रह चुके हैं. वे चाहते थे कि उनका बेटा ही चुनाव लड़े. पार्टी के कई नेता इसके खिलाफ थे. वे परिवारवाद के नाम पर अवधेश के बेटे का विरोध कर रहे थे. लेकिन अखिलेश यादव ने उनके नाम पर सहमति दे दी.

टिकट तय करने के लिए अखिलेश यादव ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेताओं की मीटिंग बुलाई थी. दो घंटे तक चली बैठक के बाद अजीत प्रसाद की नाम तय हुआ. बीएसपी ने मिल्कीपुर विधानसभा उप चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा पहले ही कर दी है

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले दस दिनों में तीन बार मिल्कीपुर का दौरा कर चुके हैं. उप चुनाव के लिए सीएम योगी ही इस सीट के प्रभारी हैं.

राज्य में 10 विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव

बतादें कि राज्य की 10 विधानसभा सीटों परउप चुनाव प्रस्तावित है. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी, समाजवादी और कांग्रेस सभी इस उपुचनाव में अपना ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं. बीच मायावती की पार्टी बसपा भीइस उपचुनाव में अपनी पूरी ताकत लगाएगी.

राज्यके सभी लोगों की नजर मिल्कीपुरविधानसभा सीट पर थी. इस सीट से बसपाने पहले ही अपनेउम्मीदवार और प्रभारी केनाम काऐलान कर चुकी है. बीएसपी ने इस सीट से रामकोपाल कोरी को अपनाउम्मीदवार बनाया है.

बीजेपी चुनाव में लगाएगी पूरी ताकत

लोकसभा चुनाव में अपेक्षाकृत निराश प्रदर्शन के बाद उपचुनाव में बीजेपी पूरी ताकत लगाएगी.दूसरी तरफ लोकसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद विधानसभा की 10 सीट पर होने वाले उपचुनाव में भी भाजपा को इंडियागठबंधन से चुनौती मिलने की संभावना है.

राज्य के नौ विधायकों के सांसद चुने जाने और कानपुर के सीसामऊ के विधायक को सात साल की सजा सुनाये जाने के बाद सीट रिक्त हुई है. इन सभी 10 सीटों पर उपचुनाव प्रस्तावित हैं. हालांकि अभी चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.