हैवानियत और उसके विरोध से पश्चिम बंगाल ही नहीं दहला बल्कि बदलापुर में दो छोटी बच्चियों के साथ हुई घिनौनी वारदात से महाराष्ट्र भी हिल गया है. पूरे मामले में अब महाराष्ट्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है. वारदात की बाबत महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने बैठक की और इसका विरोध करने का फैसला किया. घटना को लेकर अघाड़ी नेताओं ने महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है. इसके बाद अघाड़ी ने आगामी 24 तारीख को महाराष्ट्र बंद करने का आह्वान किया. इस बंद में सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी.

बदलापुर यौन उत्पीड़न की पूरे राज्य में निंदा हो रही है. विपक्षी दल सरकार पर हमलावर है. यहां एक स्कूल के शौचालय में एक सफाई कर्मचारी ने तीन से चार साल की उम्र की दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया था. इस घटना से हर तरफ सनसनी मच गई है. बदलापुर के लोगों ने सड़कों पर उतरकर इस घटना का विरोध किया. बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर उतर आए. वारदात की गूंज पूरे राज्य में हो रही है. यही वजह है कि विपक्षी दलों ने इस वारदात के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है.

वारदात के विरोध में जगह-जगह आंदोलन

बदलापुर रेप मामला पूरे प्रदेश में तूल पकड़ चुका है. इस घटना के विरोध में पुणे, जलगांव, सांगली में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. बदलापुर घटना के विरोध में एनसीपी शरद पवार गुट ने पुणे में विरोध प्रदर्शन किया. पुणे में सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में एनसीपी ने यह विरोध प्रदर्शन किया. पुणे के गुडलक चौक में बदलापुर घटना के विरोध में पवार समूह ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. सांगली में एनसीपी शरद पवार गुट ने भी विरोध प्रदर्शन किया है. यहां ठाकरे गुट ने भी विरोध जताया है.

कांग्रेस ने मुंबई में किया विरोध प्रदर्शन

बदलापुर घटना के विरोध में वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता और तमाम कार्यकर्ता मुंबई में मंत्रालय के सामने प्रदर्शन करने उतरे. विरोध प्रदर्शन में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार शामिल हुए. हालांकि मार्च के मंत्रालय के गेट तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. वहीं कल्याण कोर्ट बदलापुर रेप केस के आरोपियों को 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत भेज चुका है.