दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक कलयुगी पिता ने अपनी ही दो जुड़वा बेटियों को मार डाला. 21 दिन की नवजात बच्चियों को पहले वो ननिहाल से अपने घर ले आया. यहां उसने दोनों बच्चियों को पीने के लिए दूध की एक बूंद भी नहीं दी. बच्चियों की मां तो मायके में थी. वो नहीं जानती थी कि उसका पति दोनों बेटियों के सााथ क्या करने वाला है. कलयुगी पिता ने जब बच्चियों को दो दिन तक दूध नहीं दिया तो उनकी मौत हो गई. फिर उसने पत्नी को बिना बताए बच्चियों को दफना दिया.

मामला सुल्तानपुरी स्थित पूठ कलां गांव का है. 30 मई को नीरज सोलंकी की पत्नी ने दो जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया. नीरज बेटियों के जन्म से बिल्कुल भी खुश नहीं था. उसकी पत्नी की डिलीवरी हरियाणा के रोहतक में हुई थी. यहीं पर पूजा का मायका है. डिलीवरी के बाद से ही पूजा वहां रह रही थी. इस बीच 1 जून को नीरज अपनी मां चांद कौर एवं बहन मोनिका के साथ अपने ससुराल रोहतक पहुंचा.

यहां उसने पूजा से कहा कि वो दोनों बेटियों को ले जा रहा है. पूजा ने भी उसे दोनों बेटियों को ले जाने दिया. लेकिन घर आकर नीरज ने दोनों बच्चियों को पीने के लिए दूध की एक बूंद भी नहीं दी. दो दिन तक भूखा रहने के कारण बच्चियों की मौत हो गई. नीरज ने बच्चियों को मृत देखकर पिता बिजेंद्र को इसकी जानकारी दी. फिर नीरज, उसके पिता बिजेंद्र और भाई दिनेश ने बच्चियों को राम बाग के श्मशान घाट जाकर दफना दिया.

पूजा के भाई को मिली जानकारी

इस बारे में न तो पूजा और न ही उसके घर वालों को कुछ भी बताया गया. लेकिन पूजा के भाई को कहीं से इस बात की जानकारी हो गई कि दोनों बच्चियों की मौत हो गई है. उसने थाने में जाकर मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने फिर बिजेंद्र को तो गिरफ्तार कर लिया. लेकिन घर के बाकी सदस्य मौके से फरार हैं. पुलिस मुख्य आरोपी नीरज, दिनेश, चांद कौर और मोनिका की तलाश कर रही है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. उधर बेटियों की मौत से मां पूजा का रो-रोकर बुरा हाल है. वह सदमे में है. उसे यकीन ही नहीं हो रहा है कि उसका पति इतना निर्दयी निकलेगा.