कर्नाटक के रायचूर में तीसरी कक्षा के छात्र से उसके टीचर और दो अन्य बच्चों ने ऐसी बर्बरता की कि उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ गया. आरोप है कि आश्रम के स्कूल में बच्चे के ऊपर पेन चोरी का आरोप लगाया गया. फिर उसे डंडे से बुरी तरह पीटा गया. डंडा टूटा तो बल्ले से उसकी पिटाई की गई. फिर बच्चे को तीन दिन के लिए एक कमरे में बंद कर दिया गया. यही नहीं बच्चे को रेलवे स्टेशन ले जाकर उससे भीख भी मंगवाई गई.

बच्चे की मां जब अपने बेटे से मिलने आश्रम आई तो उसकी हालत देख चौंक गई. पूछने पर भी बच्चा मां से कुछ नहीं बोल पाया. फिर उसके बड़े भाई अरुण बोला- मम्मी हमें यहां से ले चलो. इन लोगों ने छोटे भाई तरुण को बहुत पीटा है. तीन दिन तक कमरे में बंद रखा और भीख भी मंगवाई.

बेटे की बात सुनकर मां दोनों को लेकर सीधे थाने पहुंची. यहां पीड़ित बच्चे ने पुलिस को बताया- सर मेरा नाम तरुण है. मेरे घर वालों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. इसलिए मैं रायचूर के रामकृष्ण आश्रम में रहता हूं. यहां के स्कूल में ही पढ़ता भी हूं. मेरा भाई अरुण भी मेरे साथ ही रहता है. हम जब स्कूल के लिए बस से जा रहे थे तो बस में मुझे पेन मिला. मुझे नहीं पता था कि ये सर का पेन है. अचानक से रामकृ्ष्ण आश्रम के इंचार्ज वेणुगोपाल सर ने पेन देखा तो मुझ पर चिल्लाने लगे.

डंडा टूटा तो बल्ले से पीटा

तरुण ने बताया- सर मुझे एक कमरे में ले गए. मैंने उनको बताया भी कि सर मुझे पेन बस में मिला है. लेकिन वो नहीं माने. उन्होंने मुझे बहुत पीटा. दो अन्य छात्रों को भी बुलाया. उन दोनों ने भी मुझे पीटा. पहले डंडे से पीटा. जब डंडा टूट गया तो बल्ले से पीटा. फिर मुझे रेलवे स्टेशन ले गए. कहा कि यहां भीख मांगो. जब मुझे भीख में एक रुपया भी नहीं मिला तो वो दोबारा मुझे उसी कमरे में ले गए. तीन दिन तक पीटते रहे.

पुलिस ने बच्चे की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है. मासूम की आंख और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं. उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है. पुलिस ने कहा कि मामले में जांच जारी है. आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.