भोपाल। मध्य प्रदेश में एमपीपीएससी सबसे बड़ी प्रशासनिक सेवा के लिए भर्ती करती है और यहां से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी तैयार होती हैं। कई सालों की पढ़ाई के बाद यह परीक्षा छात्र पास कर पता है लेकिन अगर कोई दसवीं का छात्र एमपीपीएससी का पेपर बना दे तो कौन विश्वास करेगा, लेकिन यह बात सही है। एक दसवीं के छात्र ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग एमपीपीएससी का पेपर लीक कर दिया मध्य प्रदेश पुलिस की इंदौर शाखा ने राजस्थान के रहने वाले एक छात्रा को पकड़ा है। यह दसवीं का छात्र है और यूट्यूब पर देखकर उसने पेपर बनाना सीख लिया फिर छात्र पेपर बेच रहा था इसके लिए उसने सोशल मीडिया का सहारा लिया।

एमपीपीएससी पेपर लीक मामला आया था सामने 

आपको बता दें कि एमपीपीएससी पेपर लीक का मामला सामने आया था। इसके बाद आयोग की तरफ से इंदौर संयोगितागंज थाने में अज्ञात व्यक्ति की शिकायत की गई थी, पीएससी को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से पेपर लीक होने का दावा कर कथित पेपर को बेच रहे हैं। इसके बाद राजस्थान में रहने वाले एक 16 साल के छात्र को पुलिस ने पकड़ा और उसने पेपर बेचना भी स्वीकार कर लिया।

दसवीं के छात्र ने किया था पेपर लीक

किशोर दसवीं का छात्र है और उसने बताया कि छात्र ने टेलीग्राम पर एमपीपीएससी लीक्ड पेपर 2024 के नाम पर ग्रुप बनाया था और उसने ग्रुप पर फेम पे का बारकोड भी शेयर किया था और परीक्षार्थियों को गुमराह कर रहा था, छात्र ने चार परीक्षार्थियों से ढाई – ढाई हजार रुपए लेकर पेपर लीक करने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से टेलीग्राम पर जानकारी निकाली और फेम पे की जानकारी निकली मोबाइल नंबर के माध्यम से पुलिस छात्र के घर पहुंच गई।