उत्तर प्रदेश में लगातार अधिकारी बनाम बीजेपी नेता का विवाद बढ़ता जा रहा है. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी के साथ यूपी पुलिस की बदसलूकी का मामला सामने आया है. कल यानी शनिवार शाम राकेश अपने परिवार के साथ श्रीनगर से लखनऊ एयरपोर्ट आए. बाहर निकलने पर पुलिस ने उन्हें चेकिंग के लिए रोका.

राकेश का कहना है कि पुलिस को उन्होंने अपना परिचय दिया फिर भी उनके साथ बदसलूकी हुई. ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर आशुतोष त्रिपाठी और बाकी पुलिस वालों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया. पुलिस का कहना है कि उनकी गाड़ी पर पिछले साल का पास लगा हुआ था. इसके बाद राकेश ने डीजीपी को फोन कर सारी जानकारी दी. लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक ने उनसे लिखित शिकायत ली.

इसके बाद ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर आशुतोष को लाइन हाजिर कर दिया गया है. राकेश त्रिपाठी की गाड़ी में अनिधिकृत तरीके से हूटर भी लगा था, जिसका वीडियो पुलिस वालों ने बनाया है.

महंत राजू दास की हटा ली गई सुरक्षा

दो दिन पहले अयोध्या के जिलाधिकारी और हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के बीच एक बैठक के दौरान बहस हो गई थी. जानकारी के मुताबिक, राजू दास ने अयोध्या में हार का ठीकरा डीए पर फोड़ दिया था. इस घटना के बाद उनकी सुरक्षा हटा ली गई. डीएम के साथ हुई झड़प पर महंत राजू दास ने कहा कि हम हिंदुत्व पर कार्य करते हैं. हमारी सुरक्षा हटा ली गई है. सुरक्षा हटने के बाद राजू दास ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी.

योगी सरकार का अफसरों को फरमान

हाल ही में योगी सरकार ने अपने अफसरों और कर्मचारियों के लिए नया फरमान जारी किया है. नई मीडिया गाइडलाइंस के मुताबिक, अब अफसरों को किसी भा मीडिया या सोशल मीडिया पर लिखने से पहले सरकार की इजाजत लेनी होगी. ऐसा न करने वालों पर कार्रवाई होगी. बिना मंजूरी लिए अखबार में लेख न लिखे, टीवी रेडियो में न बोले. सोशल मीडिया पर भी न लिखें.