उत्तर प्रदेश के मेरठ में दूसरे समुदाय का एक शख्स सावन पर्व की आड़ में लोगों को ठग रहा था. वह खुद को जोगी बताकर एक बैल साथ में लिए भी गली-गली भिक्षा मांग रहा था. हिंदूवादी नेताओं को जब इसकी भनक लगी तो वो नौशाद के पास पहुंचे. उसके पास एक झोला था. तलाशी ली गई तो सभी के होश उड़ गए. नकली जोगी के झोले में दो नामों का आधार कार्ड मिले. एक नाम था नौशाद और दूसरा भूरा. साथ में एक हिंदू महिला की फोटो और नींद की गोलियां भी मिलीं.

जब उससे पूछा गया कि ये महिला कौन है? नौशाद ने फोटो वाली महिला को अपनी बहन बताया. हिंदूवादी नेताओं ने उसे खूब डांटा तो वह रोने बिलखने लगा. हाथ जोड़कर बोला- मेरे दादा और पापा भी ऐसे ही भीक्षा मांगते हैं. इसीलिए मैं भी उनकी ही कर भिक्षा मांगता आया हूं. बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस अब नौशाद से पूछताछ कर रही है.

मामला मेरठ के थाना सिविल लाइन क्षेत्र का है. यहां सूरज कुंड में नंदी (बैल) के साथ एक शख्स घूम रहा था. वो घर-घर जाकर भिक्षा मांग रहा था. स्थानीय लोगों को शक हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना हिंदूवादी नेताओं को दी. इसके बाद पूछताछ करते हुए शख्स की तलाशी ली गई तो सभी के होश उड़ गए. उसके पास जो झोला था उसमें दो आधार कार्ड मिले. भूरा और नौशाद नाम के. पता चला कि इस शख्स का नाम नौशाद है. एक हिंदू महिला की तस्वीर भी मिली, जिसे उसने अपनी बहन बताया. कुछ नींद की गोलियां भी झोले से मिलीं.

नशे की दवाएं लेता है नकली जोगी

राज खुलते ही नौशाद हाथ जोड़कर छोड़ने की गुहार लगाने लगा. उसने बताया- कई पीढ़ियों से उसके दादा पिता यह काम कर रहे हैं. हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने इस नकली जोगी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. मुस्लिम जोगी को पकड़ने वालों का आरोप है कि यह नशे की दवाएं लेता हैं. वहीं, हिंदू नेता सचिन सिरोही ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग रेकी कर बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं.

सावन का पहला सोमवार

पुलिस को नौशाद सफाई दे रहा है कि वह केवल भिक्षा मांगने भर के लिए इस इलाके में आता है. वह अब इस काम को नहीं करेगा. उसने बताया कि उसके पिता इसी तरह भीख मांगते हैं. वो बीमार पड़ गए थे, इसलिए उनकी जगह वो भिक्षा मांगने आया. सोमवार को सावन का पहला दिन था. इस दिन लोग खुशी-खुशी ज्यादा भीक्षा देते हैं. तो वो भीक्षा के लालच में आ गया. एसपी सिटी का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कुछ कहा जायेगा.