मध्य प्रदेश के इंदौर से तकरीबन 30 किलोमीटर दूर महू में देर रात भारत की जीत का जश्न बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा था. वहीं महू के कई युवा हाथों में तिरंगा झंडा लेकर महू के मुख्य बाजार में पहुंचकर वहां पर आतिशबाजी करने के साथ ही जमकर तिरंगा ध्वज लहराकर जीत का जश्न मनाने लगे. इस दौरान कुछ युवक महू में मौजूद जामा मस्जिद के सामने आतिशबाजी करने लगे. जिससे दूसरे पक्षों के लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश को तो दोनों के बीच विवाद हो गया, जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया.
आतिशबाजी करने के दौरान विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और दोनों के बीच जमकर झड़प हो गई. इसके बाद जैसे ही पूरे मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ लाठीचार्ज करते हुए उन्हें वहां से खदेड़ कर भगा दिया. मामले को शांत करने के लिए पुलिस को रात में भारी सुरक्षाबलों को तैनात करना पड़ा था. बावाल के दौरान उपद्रियो ने दोनों ओर से जमकर पथराव किया.
उपद्रवियों ने की आगजनी और तोड़फोड़
कई गलियों में घुसकर उन्होंने गाड़ियों में तोड़फोड़ के साथ-साथ आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया था. तकरीबन एक से डेढ़ घंटे तक चले बवाल के बाद इंदौर से भी पुलिस फोर्स बड़ी संख्या में बुलाई गई और पूरे ही मामले में हंगामा करने वाले युवकों पर लाठीचार्ज करते हुए उन्हें तितर-बितर किया. साथ ही पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
जानें क्यों मचा बावाल?
शुरुआती जांच में सामने आया है कि कुछ युवक भारत की जीत का जश्न मना रहे थे और वह जश्न मनाते हुए मस्जिद के सामने आतिशबाजी करने लगे. इसी दौरान उन्हें धर्म विशेष के लोगों ने मस्जिद के सामने आतिशबाजी से मना किया. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया और वह आमने-सामने आ गए. फिलहाल बड़ी संख्या में पुलिस बल क्षेत्र में लगा दिया , जिसके कारण अब महू में पूरी तरीके से शांति है.
‘पथराव करने वाले बख्शा नहीं जाएगा’
इस घटना पर महू की विधायक और पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और इस संबंध में ठोस कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग पथराव करते हुए नजर आए हैं, उनकी पहचान करके सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे. उषा ठाकुर ने यह भी कहा कि राष्ट्रद्रोह जैसी ताकतों को पनपने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री से बात करने का भी संकेत दिया और कहा कि यदि पथराव करने वालों की पहचान हो जाती है तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि देशद्रोहियों से सख्ती से निपटा जा सके.