गाजा पर कंट्रोल जमाने और गाजा से फिलिस्तीनियों को विस्थापित करने की ट्रंप की मंशा सामने आने के बाद मुस्लिम मुल्क भड़क उठे हैं. दो मुस्लिम देशं ने तो कड़े शब्दों में ट्रंप के इस बयान की निंदा की है. डोनाल्ड ट्रंप के गाजा को कंट्रोल करने वाले बयान के बाद सऊदी अरब ने एक बयान जारी कर कहा कि कोई भी ऐसा कदम जो फिलिस्तीनियों को गाजा से अलग करेगा, पूरे क्षेत्र में अस्थरता ला सकता है.
सऊदी अरब ने साफ किया कि गाजा पर सिर्फ फिलिस्तीनियों का अधिकार है और वह फिलिस्तीनियों के एक आजाद राष्ट्र बनाने की प्रतिबद्धता के साथ खड़ा है. वहीं जॉर्डन ने भी ट्रंप के इस बयान का विरोध किया था. अब जॉर्डन और सऊदी अरब अमेरिका और इजराइल के इस इरादे के खिलाफ साथ एक साथ आए हैं.
सऊदी और जॉर्डन आए साथ
जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला ने बुधवार को फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों पर सऊदी अरब के लगातार एक सहयोगी रुख रखने का स्वागत किया. उन्होंने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और सऊदी बयान की प्रशंसा की. सऊदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी बातचीत के दौरान किंग अब्दुल्ला और क्राउन प्रिंस ने क्षेत्र में नवीनतम घटनाक्रमों और सुरक्षा और स्थिरता हासिल करने के प्रयासों पर चर्चा की है. इससे पहले दिन में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ भी किंग ने बैठत ती थी.
क्या कहा ट्रंप ने?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक करते हुए कहा, “गाजा से सभी फिलिस्तीनियों को हटाने का सुझाव दिया था ताकि अमेरिका इस क्षेत्र पर कब्जा कर सके और दूसरों के इस्तेमाल के लिए इसका पुनर्निर्माण कर सके.”