उत्तर प्रदेश को इस बार के केंद्रीय आम बजट 2025-26 में रेलवे के विकास मद में 20 हजार करोड़ रुपये का बजट आंवटन किया गया है. इसके चलते नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी और साथ ही 157 रेलवे स्टेशन भी संवर जाएंगे. बजट के धन से उत्तर प्रदेश में 6 हजार किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जाएगी. इसके अलावा उत्तर प्रदेश के रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास भी किया जाएगा. रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने यूपी के लिए आंवटित किए जाने वाले बजट को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से उत्तर प्रदेश को दिए जाने वाले बजट में बढ़ोतरी हुई है.
2014 से पहले का बजट
रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने कहा कि साल 2009 से लेकर साल 2014 तक भाजपा सरकार से पहले तक उत्तर प्रदेश को आवंटित किए जाने वाला औसत बजट हर साल 1109 करोड़ था, जिसमें अब बढ़ोतरी की गई है और हर साल 20 हजार करोड़ बजट रेलवे विकास मद के लिए आंवटित किया जाने लगा है. इस बार वित्तीय वर्ष 19,858 करोड़ बजट उत्तर प्रदेश को आवंटित किया गया है.
स्टेशनों का पुनर्विकास
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 2014 से अब तक उत्तर प्रदेश में 5 हजार 209 किलोमीटर नई रेलवे लाइनें बिछाई गई हैं. अब 5 हजार 958 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, जिसके लिए 70 परियोजनाएं अभी चल रही हैं. उत्तर प्रदेश के रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण 100 प्रतिशत किया जा चुका है. कई स्टेशनों का पुनर्विकास का काम चल रहा है.
120 लिफ्ट-130 एक्सीलेटर
अमृत भारत तहत करीब 157 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास का काम चल रहा है, जिनमें कानपुर, काशी, अयोध्या, गोमती नगर, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ, गोरखपुर जैसे स्टेशनों के नाम शामिल हैं. इन स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 7,695 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. यही नहीं रेल मंत्री अश्विन वैष्णव ने ये भी बताया कि पिछले 10 सालों में रेल फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए और अलग-अलग स्टेशनों पर 120 लिफ्ट और 130 एक्सीलेटर लगाए गए हैं.