उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं उन संतों का अभिनंदन करता हूं जिन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर हमारे सामने आई चुनौती (भगदड़ की घटना) का धैर्यपूर्वक सामना किया. कुछ महान आत्माएं उस दुर्घटना का शिकार हुईं, लेकिन उस स्थिति में हमारे संतों ने रक्षक की भूमिका निभाई और धैर्य और साहस के साथ उस चुनौती पर विजय प्राप्त की.

सनातन धर्म का विरोध करने वाले यह उम्मीद कर रहे थे कि हमारे संतों का धैर्य जवाब दे जाएगा और उपहास का पात्र बनने की कोशिश कर रहे थे. हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो इन पूज्य संतों के मार्गदर्शन में सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों के साथ आगे बढ़ते हुए सनातन धर्म के खिलाफ लगातार गुमराह और षड्यंत्र कर रहे हैं. जब तक हमारे संतों का सम्मान है, तब तक कोई भी सनातन धर्म को नुकसान नहीं पहुंचा सकता है.

संतों ने नहीं होने दी जगहंसाई

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी संतों और 13 अखाड़ों का अभिनंदन करता हूं. उन्होंने इतने बड़े आयोजन को अपना माना और परिस्थितियों का सामना करते हुए पुण्य आत्माओं को श्रद्धांजलि भी दी और अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन भी किया. इसी का परिणाम है कि पिछले 19 दिनों के अंदर 32 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में पवित्र स्नान करके यहां से सकुशल वापस गए.

उन्होंने कहा कि जो भी यहां से जा रहा है वो यहां की संस्कृति, गाथा और व्यवस्था का गुणगान कर रहा है. ये गुणगान किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि सनातन धर्म का है. उन्होंने कहा कि इन पूज्य संतों के सानिध्य में हमें निरंतर आगे बढ़ना होगा. जब तक पूज्य संतों का सम्मान है, तब तक सनातन धर्म का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म ही मानव धर्म है. सनातन धर्म रहेगा तो मानव धर्म रहेगा, मानवता और ये सृष्टि रहेगी. जैसे परिवार में अभिभावक किसी विपरीत परिस्थिति में परिवार के साथ खड़ा रहता है, ठीक वैसे ही पूज्य संतों ने भी इस विकट परिस्थिति से उबारने का काम किया है.