कांग्रेस ने आज अपने नए मुख्यालय का उद्घाटन कर दिया है. सोनिया गांधी ने इसका उद्घाटन किया. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जु खरगे और राहुल गांधी भी मौजूद रहे. कांग्रेस के नए मुख्यालय पता ‘इंदिरा गांधी भवन’ 9ए, कोटला रोड है. इस कार्यालय का नाम ‘इंदिरा भवन’ रखा गया है, लेकिन इसके पहले ही वहां कुछ कार्यकर्ताओं ने यहां ‘सरदार मनमोहन सिंह भवन’ के पोस्टर लगा दिए. इसने इस कार्यालय के नाम को लेकर एक नया विवाद छेड़ दिया है.
कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने इस पर कहा कि 2009 में पीएम मनमोहन सिंह के रहते ही इस भवन का नाम इंदिरा भवन तय हो गया था. ये बीजेपी के दुष्प्रचार का एक और उदाहरण है. इसके अलावा नए कांग्रेस मुख्यालय में प्रियंका गांधी की भूमिका पर राजीव शुक्ला ने कहा कि हर चीज प्रियंका जी ने तय की है, ये सही है. उन्होंने इस दफ्तर की हर चीज को अंतिम रूप दिया है. गांधी परिवार विरोधी और कांग्रेस छोड़कर गए गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं की भवन में तस्वीर पर उन्होंने कहा कि हां ये सही है. हमने कांग्रेस का इतिहास भवन में तस्वीरों के ज़रिए दिखाया है. हम छोटे दिल से काम नहीं करते.
कांग्रेस का नया कार्यालय दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय से करीब 500 मीटर दूर है. 2009 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी द्वारा इसकी आधारशिला रखी थी. आज 15 साल बाद यह भवन तैयार हुआ है.
पुराने कार्यालय ने 4 प्रधानमंत्री , 24 साल तक सत्ता दी- रंजीत रंजन
नए कांग्रेस मुख्यालय पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि 24 अकबर रोड कार्यालय ऐतिहासिक था और ऐतिहासिक रहेगा. इस कार्यालय ने हमें 4 प्रधानमंत्री दिए, हम 24 साल तक सत्ता में और 22 साल तक विपक्ष में रहे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और देश दोनों को उस कार्यालय से बहुत कुछ मिला है.हम बहुत उत्साह के साथ इस नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ में जाने जा रहे हैं.
तस्वीरों के जरिए दिखेगा कांग्रेस का इतिहास
पूरी इमारत में तस्वीरों के जरिए कांग्रेस के इतिहास को उकेरा गया है. इन तस्वीरों में गांधी परिवार से अनबन वाले, कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं को भी जगह दी गई है. इनमें नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, प्रणब मुखर्जी और गुलाम नबी आजाद सरीखे नेता शामिल हैं.