उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण महोत्सव के लिए कलाकार चयन समिति की शुक्रवार को बैठक हुई। विचार मंथन के बाद सदस्यों ने इस बार नए कालाकारों को मौका देने का निर्णय लिया। कलाकारों के चयन में बीते पांच वर्षों में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों के नाम पर विचार नहीं होगा। आयोजन के दिन तथा स्थान को लेकर निर्णय नहीं हो पाया है।
बैठक में स्थान को लेकर विचार विमर्श हुआ
22 जुलाई से श्रावण शुरू होने के कारण केवल छह सांझ आयोजित करने पर सहमति बनी है। श्रावण महोत्सव को लेकर शनिवार को आयोजित होने वाली बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही थी, क्योंकि मंदिर प्रबंध समिति के अफसर अब तक आयोजन का स्थान तय नहीं कर पाए हैं। स्थान निर्धारित होने से आयोजन का स्वरूप भी नहीं बन पा रहा है। सदस्यों ने महाकाल मंदिर परिसर तथा त्रिवेणी संग्रहालय पर चर्चा की।
इस पर निर्णय शनिवार को दोपहर 3 बजे कलेक्टर के साथ बैठक में होगा। जब स्थान का चयन नहीं हुआ, तो कार्यक्रम का दिन भी तय नहीं हुआ। बताया जाता है अगर कलेक्टर के साथ बैठक में त्रिवेणी संग्रहालय में कार्यक्रम आयोजित करने पर निर्णय हुआ, तो बीते वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन शनिवार को होगा।
शेष दो स्थानों में से किसी एक पर सहमति बनी तो आयोजन परंपरा अनुसार रविवार के दिन किया जाएगा। बैठक में प्रभारी प्रशासक मूलचंद जूनवाल, समिति सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु, पं.रामपुजारी तथा अन्य सदस्य मौजूद थे।
सभी कलाकार नए होंगे
बीते पांच वर्ष में जो कलाकार प्रस्तुत दे चुके हैं उनके नाम पर विचार नहीं होगा। इस बार छह संध्या आयोजित करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए छह मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तथा छह देश के विभिन्न राज्यों के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा।