दिल्ली हाई कोर्ट ने CAG रिपोर्ट पर विचार करने में देरी के लिए दिल्ली सरकार की कड़ी आलोचना की, साथ ही यह भी कहा, “जिस तरह से आपने अपने कदम पीछे खींचे हैं, उससे आपकी ईमानदारी पर संदेह पैदा होता है.” कोर्ट ने मामले पर आज सोमवार दोपहर 2:30 बजे सुनवाई तय की है.
कोर्ट ने विजेंदर गुप्ता सहित भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की ओर से दायर याचिका पर हाई कोर्ट ने जोर देते हुए कहा, “आपको रिपोर्ट को तुरंत स्पीकर के पास भेजना चाहिए था और सदन में बहस शुरू करवानी चाहिए थी.”
आपका टालमटोल बहुत ही दुर्भाग्यपूर्णः HC
दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकार से कहा कि आप जिस तरह से टालमटोल कर रहे हैं, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. आपको CAG रिपोर्ट को विधानसभा स्पीकर के पास भेजने और विधानसभा में चर्चा करने में तत्पर होना चाहिए था. हालांकि कोर्ट ने विजेंद्र गुप्ता समेत बीजेपी के विधायकों की याचिका पर सुनवाई पर अपनी रजामंदी जताई. इस याचिका में स्पीकर से सदन का विशेष सत्र बुलाने का निर्देश देने की मांग की गई है, लेकिन कोर्ट ने कहा, “हम ऐसे चरण में हैं जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव बहुत नजदीक आ गया है. अब विशेष सत्र का आयोजन कैसे हो सकता है?”
हालांकि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बीच आई CAG रिपोर्ट को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और BJP के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. बीजेपी के आरोपों और CAG रिपोर्ट को आम आदमी पार्टी ने नकार दिया है और इसे फर्जी रिपोर्ट करार दिया.
CAG रिपोर्ट पर AAP हमलावर
AAP की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने 2 दिन पहले इस मसले पर कहा कि यह ऐसी कौन सी CAG रिपोर्ट है जिसे अभी तक ना मुख्यमंत्री ने देखी ना ही CAG की वेबसाइट पर उपलब्ध है. ऐसी कौन सी रिपोर्ट उनके पास आ गई? उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यह वही कागज है जो बीजेपी अपने ऑफिस में मैन्युफैक्चर करती है, इस कागज को कोई मानता नहीं है और तो और उन पर आरोप लगाकर बीजेपी खुद भाग जाती है.
दिल्ली में चुनाव के दौरान सामने आई CAG की रिपोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. CAG रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के कारण सरकारी खजाने को 2,026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस रिपोर्ट ने शराब घोटाले की गूंज को और तेज कर दिया है. खासतौर पर दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ही ये रिपोर्ट सामने आई है.
अभी नकली दस्तावेज दिखा रही BJP: AAP
CAG रिपोर्ट को टेबल पर नहीं रखने के आरोप पर प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि जब विधानसभा सत्र चलेगा तो रिपोर्ट को टेबल कर देंगे. यह सब कुछ प्रशासनिक प्रक्रिया हैं. बीजेपी अभी नकली दस्तावेज दिखा रही है जो बीजेपी के ऑफिस में बनाए गए हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने CAG रिपोर्ट पर कहा, “बीजेपी पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे एकत्र करती रही है. चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पैसा इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने दोस्तों के जरिए इतना जमा कर लिया है कि उन्हें इकट्ठा करने की जरूरत ना हो. हम ईमानदारी से और अपनी सैलरी से घर चलाते हैं. हमारे पास भ्रष्टाचार का एक भी पैसा नहीं हैं. हम दिल्ली के लोगों के समर्थन से इस बार भी हम चुनाव लड़ेंगे.
बीजेपी की ओर से इस रिपोर्ट को लेकर आम आदमी पार्टी पर हमला किया जा रहा है पार्टी का आरोप लगाया कि इस नीति से जनता का खासा नुकसान हुआ, जबकि AAP नेताओं को मोटा कमीशन मिला. AAP इन आरोपों को खारिज करती है.
इससे पहले दिल्ली में चुनावी माहौल के बीच आई CAG रिपोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की पिछली सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति की वजह से सरकारी खजाने को 2,026 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली की चर्चित शराब नीति 2021-2022 को बनाने फिर उसके लागू करने को लेकर कई तरह खामियां और अनियमितताएं सामने आई हैं.