उत्तर प्रदेश के कानपुर की आईआईटी की छात्रा ने एसीपी मोहसिन खान पर रेप का आरोप लगाया है. आरोप के बाद मोहसिन खान को चार्ज से हटा दिया गया है.मोहसिन खान की नौकरी को मात्र 9 साल हुए थे. इतने कम समय में पदक और विवाद दोनों उनके हिस्से में आए हैं. जहां एक तरफ एसीपी को डीजीपी का रजत पदक मिला है, वहीं दूसरी तरफ आगरा और कानपुर में तैनाती के दौरान कई विवाद भी सामने आए हैं.

पीड़ित छात्रा के अनुसार, एसीपी कानपुर IIT से साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई कर रहे थे. वहीं पर उसकी अफसर से नजदीकी बढ़ गई. ACP ने उसे प्यार में फंसाकर रेप किया. ACP के शादीशुदा होने के साथ अन्य सच्चाई सामने आने पर पीड़िता ने कानपुर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की.

पुलिस कमिश्नर ने ACP के खिलाफ FIR दर्ज करने के दिए आदेश

पुलिस कमिश्नर के आदेश पर डीसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी अर्चना सिंह सिविल ड्रेस में आईआईटी पहुंचीं. दोनों महिला अफसरों ने पूछताछ की तो आरोप सही पाया गया. पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने ACP के खिलाफ रेप समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है.

मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर हैं. लखनऊ में घर है. एक जुलाई, 2015 को उन्होंने सर्विस जॉइन की थी. कानपुर में 12 दिसंबर, 2023 से तैनात हैं. कानपुर में तैनाती के दौरान इसी साल एसीपी को 15 अगस्त पर DGP ने सिल्वर मेडल दिया था. वह आगरा और अलीगढ़ में तीन-तीन साल तैनात रहे हैं.

विवादों से पुराना नाता

आगरा में तैनाती के दौरान भी उनका विवादों से नाता रहा था. ताज सिक्योरिटी में तैनात रहे एसीपी के ऊपर उस दौरान आरोप लगा था कि वो ताज के आस पास दुकानदारों से वसूली करते हैं. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों को अपने खास दुकानदारों के पास भेजते हैं, जिनसे उनका कमीशन तय है. कमीशन को लेकर ही एक दुकानदार से विवाद हो गया था जिसके बाद पूरा मामला एसएसपी के पास पहुंचा था.

कानपुर में भी कुछ जुआरियों से संबंधित विवाद एसीपी के खाते में आए थे, लेकिन बड़े अधिकारी होने के नाते कोई खुलकर सामने नहीं आ पाया. लेकिन यह रेप का मामला एसीपी को भारी पड़ गया. अब इस मामले में एसआईटी जांच कर रही है जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट दाखिल कर देगी.