नौकरी देने के नाम पर लोगों से नकदी लेना और फिर उन्हें नौकरी देने के बजाय सालों तक टरकाना एक फैशन बन गया है. ऐसा ही एक मामला गाजीपुर के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां पर एक एडेड स्कूल में दो सगे भाइयों से नौकरी देने के नाम पर 27 लाख रुपये प्रबंधक समेत पांच लोगों ने ऐंठ लिया,लेकिन कई सालों के बीत जाने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली और ना ही पैसा वापिस मिला.

दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के जलालाबाद सुल्तानपुर के श्री मेल्हु पवहारी सरस्वती जूनियर हाई स्कूल एडेड स्कूल में साल 2017 में सहायक टीचर और चपरासी के लिए पद निकला था और इसी पद के लिए पीड़ित जितेंद्र यादव और उनके भाई रमेश यादव ने मैनेजमेंट कोटे से नियुक्ति के लिए प्रबंधक समेत पांच लोगों 27 लाख रुपए दिये थे. इस पद के लिए 22 अक्टूबर 2018 को विज्ञापन जारी हुआ था.

कर्मचारियों के खाते में जमा कराए थे तीन लाख

जितेंद्र यादव के ने 27 लाख में से 3 लाख रुपये स्कूल के कर्मचारियों के खाते में दिया और 24 लाख रुपए की नगद पेमेंट की थी. इसके बाद प्रबंधन कमेटी ने नौकरी देने की जगह पीड़ित और उसके भाइयों को इधर-उधर खूब भटकाया. लगातार प्रबंधक और उन पांच लोगों ने पैसा लेने के बाद भी नियुक्ति नहीं दी थी, जिसके बाद पीड़ित भाईयों ने पैसा वापस मांगा था. लेकिन आरोपी उसे पैसा देने के नाम पर टाल रहे थे.

पुलिस ने नहीं दर्ज की थी शिकायत

इसी दौरान पीड़ित की बहन की शादी में पैसा लौटाने का वादा किया, लेकिन इसी दौरान पीड़ित के पिता का भी निधन हो गया, जो धामूपुर गांव में एक प्राइवेट कॉलेज में टीचर थे. पिता ने अपने जानने वालों और रिश्तेदारों से कर्ज लेकर 27 लाख रुपए प्रबंधन कमेटी को दिए थे. लगातार पैसे के लिए दबाव बनाने आए जाने के बाद भी जब पैसा नहीं मिला, तब पीड़ित ने दो महीने पहले दुल्लहपुर थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

पीड़ित ने IGRS पोर्टल पर दर्ज कराई शिकायत

मामला दर्ज नहीं होने के बाद पीड़ित ने मुख्यमंत्री के आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद शिकायत की जांच वाराणसी जोन तथा पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को मिली. जब इन अधिकारियों ने मामले की जांच किया तो मामला सही पाया गया. जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधक श्याम लाल यादव, शिक्षक रामलाल यादव, शिवम यादव, शुभम यादव और निर्देश यादव निवासी सुल्तानपुर जलालाबाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, अब पुलिस इस मामले में सभी आरोपियों से पूछताछ करेगी.