पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान व पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू  (Navjot Singh Sidhu) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी पत्नी के ब्रेस्ट कैंसर के इलाज का अनुभव सांझा कर रहे हैं। नवजोत सिद्धू ने दावा किया है कि उनकी पत्नी ने “कार्बोहाइड्रेट और चीनी छोड़कर और हल्दी और नीम का सेवन करके” कैंसर को हरा दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी के इन दावों के पीछे कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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विशेषज्ञों का कहना है कि बिना वैज्ञानिक प्रमाण के घरेलू उपचार से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज संभव नहीं है। इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और अन्य प्रमुख स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी जैसे सिद्ध उपायों से कैंसर का इलाज संभव है।

मेडिकल साइंस का कहना है कि, हल्दी और नीम जैसी सामग्रियों के कैंसर-रोधी एजेंटों की खोज पर बहुत सारे शोध चल रहे हैं। हालांकि, यह साबित करने के लिए अभी तक कोई उच्च गुणवत्ता वाला सबूत उपलब्ध नहीं है कि ये पदार्थ कैंसर के इलाज में प्रभावी हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे दावों पर विश्वास करने से मरीजों को इलाज में देरी हो सकती है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल ने एक नोटिस जारी कर लोगों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे भ्रामक दावों पर विश्वास न करने का आग्रह किया है। अगर कैंसर का कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर सही इलाज से कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। सोशल मीडिया पर फैले ऐसे दावे लोगों को गुमराह कर सकते हैं। इसलिए कोई भी घरेलू उपाय अपनाने से पहले विशेषज्ञों से सलाह लें और कैंसर के इलाज में सिद्ध चिकित्सा प्रक्रियाओं को प्राथमिकता दें।