रायपुर : सीबीआई ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया है। उन पर कथित तौर पर 45 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग घोटाले की सीबीआई जांच के साथ ही मध्य प्रदेश के बड़े उद्योगपति श्रवण कुमार गोयल का नाम भी सुर्खियों में आया है। उन्होंने ही लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को 45 लाख की रिश्वत देकर अपने बेटे और बहू को एक साथ डिप्टी कलेक्टर बनवा लिया था। यह राशि सोनवानी के करीबी के एक एनजीओ को ट्रांसफर की गई थी
CGPSC भर्ती स्कैम में सोमवार देर शाम हुई गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को CBI को टामन सोनवानी और श्रवण गोयल की रिमांड मिल गई है। CBI कोर्ट ने दोनों आरोपियों को सीबीआई को 7 दिन की रिमांड पर सौंप दिया गया। सीबीआई ने जुलाई में 2020 और 2022 के बीच अधिकारियों और राजनेताओं के रिश्तेदारों की भर्ती में अनियमितताओं के संबंध में आयोग CGPSC की जांच अपने हाथ में ली थी। सीबीआई ने तब सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी, पूर्व सचिव जेके ध्रुव और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
जांच से पता चला था कि सोनवानी के बेटे नितेश को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चुना गया था, जबकि उनकी बहन की बेटी सुनीता जोशी को श्रम अधिकारी के रूप में चुना गया था। उनकी बहू निशा कोसले को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चुना गया था। उनके परिवार के अन्य युवा छात्रों ने भी प्रीमियम स्थान हासिल किया था
MP के उद्योगपति ने बेटे बहू को एक साथ बनवाया कलेक्टर
गोयल परिवार मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में आने वाले छोटे से कस्बे कोलारस का रहने वाला है। पीएससी के रिजल्ट में बेटे शशांक गोयल की तीसरी और बहू भूमिका कटियार की चौथी रैंक आई थी।