उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में अग्निकांड के दौरान झुलसे बच्चों में एक और की मौत हो गई है. इसी के साथ इस हादसे में मृत कुल बच्चों की संख्या 11 हो गई है. इनमें 10 बच्चों की मौत शनिवार को ही हो गई थी. इन बच्चों को मृत अवस्था में ही रेस्क्यू किया गया था. यह जानकारी झांसी के डीएम अविनाश कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि एनआईसीयू के अंदर से जिंदा निकाले गए बच्चे भी बुरी तरह से झुलस चुके हैं. इन सभी बच्चों की जीवन रक्षा के लिए बेहतर इलाज दिया जा रहा है.
डीएम अविनाश कुमार के मुताबिक इस हादसे में 39 बच्चों को जिंदा निकाला गया था. इनमें से एक बच्चे की स्थिति बेहद गंभीर थी. इसे बचाने की खूब कोशिश की गई, लेकिन रविवार की दोपहर यह बच्चा जीवन की जंग हार गया. बता दें कि महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शुक्रवार की शाम को कुल 49 बच्चों को भर्ती किया गया था. रात में 10 बजे जब शॉर्ट सर्किट हुआ और आग लगी तो वहां मौजूद लोगों ने 39 बच्चों को जिंदा बचा लिया. जबकि 10 बच्चों ने एनआईसीयू के अंदर ही दम तोड़ दिया था.
डीएम के मुताबिक अब रेस्क्यू किए गए 38 बच्चों का इलाज जारी है. इनमें से 37 बच्चों की पहचान हो चुकी है. वहीं एक बच्चे की पहचान अब तक नहीं हो सकी है. इस बच्चे की पहचान के लिए हर संभव कोशिशें हो रही हैं. उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए गए बच्चों को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है. दूसरी ओर हादसे की प्राथमिक जांच में कर्मचारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है. इसमें बताया गया है कि हादसे से कुछ देर पहले आवश्यकता के मुताबिक एनआईसीयू में लगे उपकरणों में लोड बढ़ा दिया था, लेकिन आवश्यकता पूरी होने के बाद लोड नहीं घटाया. इसकी वजह से उपकरणों में आग लग गई. यह आग जैसे ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तक पहुंची, बेकाबू हो गई.