जबलपुर: मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में एक फर्जी होमगार्ड सैनिक को पकड़ा गया है। भर्ती प्रक्रिया के लिए रांझी एसएएफ छठी बटालियन को केंद्र बनाया गया है। जहां, 10 जिलों के आवेदकों के शारीरिक दक्षता एवं अभिलेखों का परीक्षण किया जा रहा है।
अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न किया था, जो कि परीक्षण में जाली मिला
गुरुवार को आरक्षक पद के आवेदक सिविल लाइंस निवासी गुलजार खान (32) के अभिलेखों की जांच की गई। गुलजार ने होमगार्ड सैनिक होने का अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न किया था, जो कि परीक्षण में जाली मिला। जालसाजी के आरोपित गुलजार को रांझी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जाली प्रमाण पत्र कहां से प्राप्त किया, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है
गुलजार खान ने यह जाली प्रमाण पत्र कहां से प्राप्त किया, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। पता चला है कि आरोपित गुलजार के पिता महबूब खान पुलिस में पदस्थ थे। उनकी मृत्यु हो चुकी है। आरोपित का एक भाई भी पुलिस विभाग में कार्यरत है।
हस्ताक्षर संदिग्ध, सत्यापन पर सामने आया फर्जीवाड़ा
- आरोपित ने आवेदन के साथ होमगार्ड सैनिक होने का अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न किया था।
- भर्ती प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को प्रमाण पत्र पर अधिकारी के हस्ताक्षर देख संदेह हुआ।
- अनुभव प्रमाण पत्र संलग्न के संबंध में पूछताछ करने पर आरोपित गोलमोल उत्तर देने लगा।
- आरोपित बनाए गए गुलजार खान ने भर्ती के लिए होमगार्ड वर्ग में आवेदन किया गया था।
- जो अनुभव प्रमाण पत्र बनवाया, इसके आधार पर आरोपित पांच अंक के लिए पात्र था।
- आरोपित के स्वजन के पुलिस विभाग में होने के कारण उसे इस प्रविधान की जानकारी थी।
लाभ लेने के लिए उसने जाली प्रमाण पत्र बनवाया
आशंका है कि भर्ती प्रकिया में लाभ लेने के लिए उसने जाली प्रमाण पत्र बनवाया है। पुलिस पूछताछ में आरोपित ने प्रमाण पत्र जाली होने की बात मानी है। पुलिस उसकी ओर से प्रस्तुत किए अन्य शैक्षणिक अभिलेखों का भी सत्यापन करा रही है।
आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में अभिलेख परीक्षण में एक आवेदक का प्रमाण पत्र जाली मिला है। उसे रांझी पुलिस को सौंपा गया है। उसके विरुद्ध शिकायत पंजीबद्ध कराई गई है।
– अतुल सिंह, डीआईजी, छठी बटालियन, एसएएफ
आरोपित गुलजार खान को गिरफ्तार किया गया है। उससे जाली अनुभव प्रमाण पत्र के संबंध में पूछताछ की जा रही है। उसके अन्य प्रमाण पत्रों का भी सत्यापन कराया जा रहा है।
– आनंद कलादगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक