पंजाब की 4 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस बीच चुनाव प्रचार के साथ-साथ राजनीतिक नेता एक-दूसरे पर जुबानी हमले भी कर रहे हैं। हाल ही में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था कि रवनीत बिट्टू पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं पर यह कभी पूरा नहीं हो सकता। चन्नी ने यहां तक ​​कह दिया था कि नीटू शटरांवाला पंजाब के मुख्यमंत्री बन सकते हैं, लेकिन रवनीत बिट्टू नहीं। अब इस बयान पर केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने चरणजीत सिंह चन्नी को करारा जवाब दिया है।

रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री बन कर हजारों नीटू शटरवाले जैसों का काम छीन लिया था। कभी वे बकरे का दूध निकालते थे, कभी सांप पकड़ते थे और कभी कुछ और करते थे। चन्नी ने मुख्यमंत्री बन कर उस कुर्सी को मजाक का पात्र बनाकर रख दिया था। बिट्टू ने यह भी कहा कि चरणजीत सिंह चन्नी स्कूल-कॉलेजों की लड़कियों से लेकर महिला आई.ए.एस. अधिकारियों तक के साथ छेड़छाड़ करते रहे हैं। ऐसे लोग समाज में रखने लायक नहीं हैं, मुख्यमंत्री तो दूर की बात है। बिट्टू ने यह भी कहा कि कांग्रेस के इतने महान मुख्यमंत्री हैं जो मुख्यमंत्री होते हुए भी दोनों सीटों से हार गए थे और एक से तो जमानत ही जब्त हो गई थी।

बिट्टू ने कहा कि चरणजीत चन्नी मंत्री होते हुए अपने साथ की महिला आई.ए.एस. अधिकारी के साथ इस तरह की शायरी करते थे कि उन्हें भी शर्म आ गई और उन्होंने जाकर शिकायत की। आई.ए.एस. अफसरों की एसोसिएशन ने साफ तौर पर कहा था कि या पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी रहेंगे या वो रहेंगे। उन्होंने कहा कि चन्नी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपना यह केस बंद किया पर उस समय महिला आयोग की चेयरमैन मनीशा गुलाटी ने साफ किया था कि सरकार चाहे केस बंद कर दे पर महिला आयोग द्वारा यह केस बंद नहीं होगा। आज भी उन पर यह केस चल रहा है।