इस साल पूरे देश में कई जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ गर्मी देखने को मिली है. कश्मीर में भी गर्मी ने इस साल कई रिकॉर्ड तोड़े हैं जिसका असर अमरनाथ यात्रा पर देखने को मिल रहा है. यात्रा शुरू होने के महज 7 दिन के अंदर ही बाबा बर्फानी का शिवलिंग पिघल गया है. अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यूट्यूब पर जो वीडियो जारी किए हैं उसमें बाबा बर्फानी के शिवलिंग के पिघलने की पुष्टि हो रही है. बाबा बर्फानी 30 जून के वीडियो में स्पष्ट दिख रहे हैं, लेकिन अब शिवलिंग दिखाई नहीं दे रहा है.

गौरतलब हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है कि पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू होने के महज सात दिन के अंदर ही बाबा बर्फानी अदृश्य हो गए हैं. 2008 में यात्रा शुरू होने के दस दिन के अंदर बाबा बर्फानी विलीन हुए थे. 2023 में बाबा बर्फानी 14 दिन में अदृश्य हो गए थे. वहीं, साल 2016 में 13 दिन बाद अदृश्य हुए थे. निसंदेह बाबा के विलीन होने के बाद अब अमरनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को सिर्फ पवित्र गुफा के ही दर्शन होंगे.

मौसम बना बड़ा कारण

अमरनाथ यात्रा में समय से पहले बाबा बर्फानी के विलीन होने के मुख्य कारणों में मौसम एक बड़ा कारण बताया जा रहा है. पिछले साल सर्दियों कम बर्फबारी हुई थी और हाल ही में कश्मीर संभाग में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के कारण बाबा बर्फानी का आकार प्रभावित हुआ है. बता दें इस सप्ताह कश्मीर संभाग में श्रीनगर में गर्मी ने 25 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जबकि दक्षणी कश्मीर के जिलों में 35 साल का रिकॉर्ड गर्मी ने तोड़ा है.

29 जून को शुरू हुई यात्रा

गौरतलब है कि इस साल वार्षिक अमरनाथ जी यात्रा 29 जून 2024 से शुरु हुई थी. यह यात्रा 19 अगस्त तक जारी रहेगी. बीते 6 दिनों में बाबा बर्फानी के दर्शन करने आए भक्तों का आंकड़ा अनौपचारिक तौर पे 1.50 लाख को पार कर चुका है. मान्यता है कि अमरनाथ में पवित्र गुफा 90 फीट लंबी और 150 फीट ऊंची है. ऐसा माना जाता है कि गुफा में जल की बूंदें टपकती है, उस वजह से ही शिवलिंग बनता है. उसके बाद चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ बर्फ से बने शिवलिंग के आकार में परिवर्तन होता है.