हिन्दू धर्म में छठ महापर्व का बहुत अधिक महत्व होता है. इस साल 5 नवंबर को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हुई थी और 6 नवंबर को खरना की परंपरा निभाई गई थी. 7 नवंबर को संध्या अर्घ्य दिया जाएगा और 8 नवंबर को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा इसके बाद महिलाएं व्रत का पारण कर व्रत को पूरा करेंगी. छठ के चौथे दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और इसी के साथ छठ महापर्व का समापन हो जाता है. छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. छठ का पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है. महिलाओं द्वारा छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए हर साल रखा जाता है.