मोगा: जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। डेंगू के मरीजों की संख्या सौ को पार करते हुए 103 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू की रोकथाम के लिए विशेष टीम बनाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें संबंधित इलाकों में फागिंग करवाने समेत डेंगू मच्छर के लारवे को नष्ट कर रही है। अब तक शहरी क्षेत्र के 60 तथा ग्रामीण क्षेत्र के 41 मरीज डेंगू पाजिटिव रिपोर्ट हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिदिन सैकड़ों घरों में फागिंग करवाई जा रही है। इसके बावजूद भी लोगों की किसी हद तक लापरवाही के चलते डेंगू के केसो में बढौतरी हो रही है। डेंगू के पीड़ित एक मरीज मोगा के सिविल अस्पताल में दाखिल है,जबकि चार मोगा मेडीसिटी में इलाज करवा रहे है। एपीडोमोलियोजिस्ट डा.नरेश आमला ने बताया कि अब तक डेंगू के मरीजों की संखया 101 हो गई है। यही नहीं चिकनगुनिया की हुई जांच के दौरान 22 मरीज पीड़ित पाए गए है। जबकि मलेरिया के दो मरीज है। उन्होंने बताया कि विभाग की टीमें घरों में जांच कर रही है। जांच के दौरान जहां पर डेंगू का लारवा मिला रहा है उसे मौके पर नष्ट किया जा रहा है। जिले में इस सीजन के दौरान अब तक पाए गए डेंगू के 101 मरीजों में से 41 गांवों व 60 डेंगू के मरीज शहरी क्षेत्र से है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में डेंगू पीडितों के लिए एक अलग से कमरा बनाने समेत पूरे प्रबंध किए गए है । जिस प्रकार स्वास्थ्य लोगों को डेंगू के सीजन को ध्यान में रखते हुए खुद भी बचाव रखना होगा। जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए ब्रीड चेकर व सुपरवाइजर काम कर रहे हैं। विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों में फागिंग और एंटी लारवा स्प्रे कर रही है।
सिविल सर्जन डॉ राजेश अत्री व जिला एपीडोमोलियोजिस्ट डा नरेश आवलां ने बताया कि मौसम के बदलाव के साथ तापमान कम होने के दौरान डेंगू का लारवा पनपने लगता है। ऐसे में डेंगू ,मलेरिया व चिकनगुनिया फैल सकता है। लोग स्वास्थ्य विभाग को सहयोग दें। उन्होंने कहा कि कहीं भी खुले में पानी रुकने या जमा न होने दें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में तथा मलेरिया का गंदे पानी में पैदा होता है। पानी को पूरी तरह ढककर रखें। कूलर, शौचालय, रसोई आदि में जहां पानी रुका रहता है, वहां दिन में एक बार मच्छर भगाने का तेल स्प्रे करें। सिविल सर्जन डॉ राजेश शास्त्री और सीनियर मेडिकल अफसर डीआर सुखप्रीत बराड़ की ओर से की ओर से डेंगू चिकनगुनिया व मलेरिया को लेकर अलर्ट किया गया है और अपनी टीम में बनाकर जांच करने के साथ ही डेंगू और मलेरिया के लारवे को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को चेताया है कि अब मौसम का बदलाव हो चुका है,दिन के साथ रात का मौसम भी ठंडक भरा हो गया है। ऐसे में अपने घरों के आस पास वर्षा के पानी का जमावड़ा न होने देने के अलावा छत्तों पर पडे कबाड़,कूलर,फ्रीज की ट्रे समेत अन्य जल स्त्रोतों में भरे पानी को बहा दे ताकि वहां डेंगू का लारवा पैदा ही न हो।