नई दिल्लीः चुनाव आयोग ने कहा है कि एक्जिट पोल पर आत्मचिंतन तथा जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत है और इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर जो सवाल उठते हैं वे आधारहीन हैं और ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान करते हुए मंगलवार को कहा कि एक्जिट पोल का कोई मतलब नहीं है और मतगणना के दिन जो रुझान मतगणना आरंभ होने के साथ ही आने शुरु होते हैं वे एक्जिट पोल को सही ठहराने का प्रयास है।

चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 9.30 बजे आता है पहला रुझान
राजीव कुमार का कहना था कि हाल के चुनाव में जो रुझान टीवी चैनलों ने शुरु में दिए वे पूरी तरह से आधारहीन थे। उन्होंने कहा कि जब आयोग की वेबसाइट पर साढ़े नौ बजे पहला रुझान दिया जाता है तो टीवी चैनल मतगणना शुरु होने के 10-15 मिनट के भीतर ही कैसे रुझान देना शुरु करते हैं। बाद में वे रुझान भी एक्जिट पोल की तरह ही गलत साबित होते हैं। हो सकता है कि संवाददाता मतदान केंद्र के आसपास खबरें जुटाते हों लेकिन उनकी खबरें जल्द ही एकदम उलट कैसे जाती हैं इसका मतलब है कि चैनल ऐसा करके सिर्फ अपने एक्जिट पोल को सही ठहराने का प्रयास करते हैं।