ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन छात्रों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए मार्कशीट आवंटन में कुछ बदलाव करने जा रहा है। अब छात्रों का परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद उनकी मार्कशीट डिजिलाकर में पहुंच जाएगी। जेयू द्वारा इस प्रयोग को जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। इससे छात्रों की परेशानी तो कम होगी ही साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं या प्रवेश के लिए उन्हें मार्कशीट की हार्ड कांपी का इंतजार नहीं करना होगा।

चूंकि छात्र की मार्कशीट का डिजिटल रूप में डिजिलाकर में भेज दी जाएगी, इससे यह दस्तावेज छात्र के पास हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाएगा। बता दें जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलसचिव अरुण चौहान का कहना है कि बीती कार्यपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को चेयर से रखा गया था जिस पर सहमति बन गई है। इसे प्रक्रिया में लाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लागू होने के बाद छात्रों को उनकी मार्कशीट परीक्षा परिणाम जारी होने के तीन से पांच दिन में उनके डिजिलाकर में मिल जाएगी। इसके अलावा डिग्री को लेकर भी व्यवस्था की जा रही है।

डिजिलाकर में डिग्री मिली तो घटेंगी परेशानी

जेयू में छात्रों की सबसे अधिक भीड़ डिग्री के चक्कर में घूमती है। यहां छात्रों को डिग्री के आवेदन से लेकर डिग्री हाथ में आने तक कई बार परेशान होना पड़ जाता है। जेयू के इस निर्णय के लागू होने के बाद छात्रों को डिग्री भी उनके डिजिलाकर में प्राप्त हो जाएगी। इससे छात्र को उस समय परेशानी नहीं होगी, जब उसे नौकरी या किसी अन्य आवश्यक काम में डिग्री की प्रति लगानी हो और हार्डकापी मिलने में समय लग रहा हो। ऐसे में छात्र को जेयू में फिजूल चक्कर भी नहीं लगाने पड़ेंगे।

डुप्लीकेट मार्कशीट का लोड घटेगा

जीवाजी विश्वविद्यालय में शहर के बाहर के भी हजारों छात्र दिन भर चक्कर लगाते रहते हैं। छात्रों का जेयू आना जाना अक्सर मार्कशीट के मामलों में होता है। जेयू में दर्ज होने वाले आंकड़ों पर नजर डालें तो बड़ी संख्या में छात्र सिर्फ डुप्लीकेट मार्कशीट निकलवाने के लिए आते हैं। डिजिलाकर में डिग्री मिलने के साथ ही छात्रों को डुप्लीकेट मार्कशीट के लिए परेशान नहीं होना होगा। इससे जेयू में मार्कशीट शाखा का लोड भी घटेगा।