दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि वो 2 दिन बाद इस्तीफा दे देंगे. इसी के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सौरभ भारद्वाज ने कहा, कल दिल्ली का जो घटनाक्रम हुआ उसे देखकर पूरा विश्व सकते में है. दिल्ली और पूरे देश में इसकी बात हो रही है और गली-गली में चर्चा हो रही है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई मौजूदा मुख्यमंत्री बेल पाकर इस्तीफा देकर कह रहा है कि जनता के बीच जाएगा.

वो भी ऐसे समय में जब केंद्र सरकार ने सीबीआई, ईडी को पीछे छोड़कर पिछले 2 सालों में बदनाम करने में कोई कमी नहीं छोड़ी. आज हर जगह चर्चा हो रही है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी एजेंसियों के जरिए जो षड्यंत्र रचा, उससे लड़कर सारी साजिश को तोड़कर सीएम केजरीवाल बाहर आए और जनता के बीच अग्नि परीक्षा देकर ही कुर्सी पर बैठने की बात कह रहे हैं.

“लोगों में बीजेपी को लेकर नाराजगी”

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, दिल्ली के लोगों के बीच इतनी उत्सुकता है कि आज ही चुनाव हो जाएं और जनता दोबारा अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री चुन लें, लोग कह रहे हैं कि अच्छा हुआ जो मुख्यमंत्री ने जेल में इस्तीफा नहीं दिया. सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, लोगों में बीजेपी को लेकर जबरदस्त नाराजगी है.

उन्होंने सीएम केजरीवाल के बारे में बात करते हुए कहा, उन्होंने IIT किया इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नौकरी छोड़ी और यह बीजेपी एक ईमानदार आदमी के पीछे पड़ गई उसे जेल में डाला और जब वो जेल से बाहर आए तो अब केजरीवाल ने सत्ता की कुर्सी को छोड़ा दिया.

“मर्यादा के लिए कुर्सी छोड़ी”

आप नेता ने कहा, लोग कह रहे हैं कि ऐसा तो सतयुग में हुआ था, जब भगवान राम 14 वर्षों के लिए वनवास पर गए थे. उन्होंने आगे कहा, अरविंद केजरीवाल भगवान राम नहीं है, उनकी भगवान राम से कोई तुलना नहीं है, वो तो भगवान राम के भक्त हनुमान के भक्त हैं, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने मर्यादा के लिए कुर्सी छोड़ी हैं.

बीजेपी पर साधा निशाना

सौरभ भारद्वाज ने कहा, बीजेपी 6 महीने से अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा मांग रही थी और कह रही थी कि जेल से सरकार नहीं चला सकते, लेकिन सरकार चली. अब इस्तीफा दे दिया तो कह रहे हैं कि इसलिए दिया, तो आप पहले इस्तीफा क्यों मांग रहे थे ?

ये सब भारतीय जनता पार्टी के कुतर्क है, बीजेपी परेशान हैं, मुझे बीजेपी नेताओं ने बताया कि जहां उनकी सोच खत्म होती है वहां से अरविंद केजरीवाल की सोच शुरू होती है. बीजेपी में तो सत्ता के लिए लड़ाई होती है, कोई वहां गडकरी का है, कोई राजनाथ का, उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि अरविंद केजरीवाल ऐसा करेंगे. तभी कल भाजपा प्रवक्ताओं के बयान देख लीजिए.

जब आप नेता से पूछा गया कि वो विधानसभा भंग क्यों नहीं करते और क्या जल्द चुनाव के लिए चुनाव आयोग को सिफारिश करेंगे? तो उन्होंने कहा, हम विधानसभा भंग नहीं करवाएंगे, वरना ये कहेंगे कि भाग गए, अब हम उतने मुर्ख नहीं रहे, हम क्यों भंग करवाएं, हमने गेंद उनके पाले में डाल दी है अब वो देखे. चुनाव आयोग से क्या सिफारिश करनी है वो तो उनका ही है.