बिहार में पटना से दरभंगा के जोगबनी जा रही ट्रेन में यात्री सफर कर रहे थे. तभी हर ट्रेन की तरह इस ट्रेन में यात्रियों के टिकट को चेक करने के लिए ट्रेन पर एक टीटीई आया और उसने यात्रियों की टिकट को चेक करना शुरू किया. टीटीई के टिकट चेकिंग के तरीके से एक यात्री को उसपर शक हुआ और उसने टीटीई की फोटो खींच ली और रेलवे प्रशासन को भेज दिया, जिसके बाद रेलवे प्रशासन की तरफ से उस टीटीई के बारे में जानकारी निकाली तो पता चला कि असल में वो फर्जी टीटीई है और यात्रियों से वसूली करने के इरादे से ट्रेन पर चढ़ा था. यात्रियों की टिकट चेक करने के मामले में इस फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया गया है.

टीटीई की फोटो खींचकर यात्री ने रेल प्रशासन समस्तीपुर को इसकी जानकारी दी थी. रेल प्रशासन की तरफ से भी इस मामले में तुरंत कार्रवाई की. रेलवे प्रशासन की तरफ से जांच के लिए टाइगर स्क्वायड के धर्मेंद्र कुमार और किशोर को जांच के लिए लगाया गया. जांच मे फर्जी पाते ही नकली टीटीई को दरभंगा जंक्शन से पकड़ा गया है.

रेलवे में नौकरी की तैयारी कर रहा है

दरभंगा जंक्शन से गिरफ्तार टीटीई की पहचान अखिल चौधरी के रूप में कई गई है. उसने पूछताछ में बताया कि वह रेलवे में नौकरी की तैयारी कर रहा है. उसने कहा कि वह टिकट जांच नहीं कर रहा था. जोगबनी से पटना के इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन अभी हाल ही में किया गया है, इस ट्रेन में वह कई दिनों से टीटीई बनकर टिकट की जांच किया करता था. ट्रेन जैसे ही समस्तीपुर जंक्शन से दरभंगा की तरफ बढ़ी तभी आरोपी ने यात्रियों की टिकट जांच करना शुरू कर दिया. हालांकि, रेल प्रशासन को इस बात की जानकारी कई दिनों से मिल रही थी, लेकिन वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा था. इस सम्बंध में जीआरपी थानाध्यक्ष ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देशानुसार इस मामले में कार्यवाई की जाएगी.