विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले महाराष्ट्र में सियासत तेज हो चुकी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. पीएम इस दौरान पालघर में करीब 76,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखने वाले हैं. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही मुंबई और पालघर में प्रधानमंत्री का विरोध शुरू हो गया है. उनकी यह यात्रा सिंधुदुर्ग में शिवाजी की विशाल प्रतिमा गिरने के कुछ दिन बाद हो रही है, मुंबई में इस घटना को लेकर कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन कर रही है.

कांग्रेस मुंबई में पीएम मोदी के दौरे का पुरजोर विरोध कर रही है. कांग्रेस नेता वर्षा गायकवाड़ ने बीकेसी में पीएम मोदी के कार्यक्रमस्थल पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. ऐसे में उनके घर के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है. बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं.

शिवाजी को लेकर मुद्दा बना रही कांग्रेस

राज्य के सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने को लेकर कांग्रेस लगातार इसका मुद्दा बना रही है. मुंबई समेत कई इलाकों में पीएम मोदी से माफी वाले पोस्टर भी लगाए गए हैं. शिवाजी की प्रतिमा गिरने के मामले में पीएम मोदी से माफी की मांग की जा रही है.

कांग्रेस नेता नसीम खान को भी उनके साकीनाका कुर्ला स्थित स्थित घर में हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. उन्होंने भी प्रतिमा गिरने को लेकर प्रोटेस्ट करने का ऐलान किया था.

पालघर में काले गुब्बारे बांधकर विरोध

मुंबई ही नहीं पालघर में भी पीएम मोदी के आगमन से पहले प्रदर्शन किया जा रहा है. हालांकि यहां पर विरोध की वजह यहां पर बनने वाला बंदरगाह है. पीएम मोदी की ओर से पालघर जिले के दहानू में वधावन में बंदरगार परियोजना का शिलान्यास किया जाना है. हालांकि पीएम मोदी के दौरे से पहले स्थानीय मछुवारे इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने अपनी नाव पर काले गुब्बारे बांधकर अपना विरोध जताया.

इस पोर्ट को लेकर स्थानीय स्तर पर लंबे समय से विरोध किया जा रहा है. मछुवारों का आरोप है कि फिशिंग के लिए अरब सागर का ये इलाका गोल्डन एरिया है और इससे उनके व्यवसाय पर असर पड़ेगा. इसलिए वो बंदरगाह के खिलाफ हैं, लेकिन केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आज पीएम मोदी पालघर के दहानू शहर जाएंगे और देश के इस भावी सबसे बड़े पोर्ट का शिलान्यास करेंगे.