जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद बदले हालात और समीकरण के साथ विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं. 2014 में जब यहां पर चुनाव हुआ था तब ये राज्य हुआ करता था और विधानसभा में 87 सीटें थीं, लेकिन अब ये केंद्र शासित प्रदेश हो चुका है. विधानसभा की सीटें भी बढ़कर 90 हो गई हैं. घाटी की बदली हुई फिजा का फायदा किस पार्टी को मिलता है ये विधानसभा चुनाव होने के बाद ही साफ होगा. लेकिन अभी जो लड़ाई है वो दिलचस्प नजर आ रही है. फाइट त्रिकोणीय है. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन का मुकाबला बीजेपी और पीडीपी से है. कांग्रेस के कमजोर होने के बाद यहां लड़ाई एनसी और पीडीपी के बीच ही होती रही है. धीरे-धीरे बीजेपी का ग्राफ भी यहां बढ़ा और अब वो अपने दम पर सत्ता पाने का ख्वाब देख रही है.