गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य में भारी बारिश से पैदा हुए हालात की समीक्षा के लिए गांधीनगर में उच्चस्तरीय बैठक की. इस दौरान उन्होंने जिला कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि बारिश से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की गई हैं. राज्य में अब तक 17,827 लोगों को दूसरी जगहों पर भेजा गया है और 1,653 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से निचले इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की हिदायत दी.
उन्होंने जिला कलेक्टरों तथा मनपा आयुक्तों से साफ तौर पर कहा कि हमारी प्राथमिकता इंसानों का जीवन तथा पशु धन हानि को रोकना है. उन्होंने कहा कि नदी-मालों या सड़कों पर जब बारिश का पानी उफान पर हो, तब वहां सतर्कता रखें. पुलिस की सहायता से सख्ती बरतें और लोगों को रोकना जरूरी है.
भारी बारिश से राज्य के क्या हैं हालात
मुख्यमंत्री ने राज्य में पिछले 24 घंटों में हुई बारिश बारे में विस्तार से ब्यौरा प्राप्त किया. ब्योरे के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटों में 33 जिलों की 244 तहसीलों में वर्षा दर्ज हुई है. इस दौरान राज्य में 63.36 फीसदी वर्षा हुई है. सर्वाधिक 356 मिलीमीटर वर्षा नवसारी जिले के खेर गांव में दर्ज हुई है. इसके अलावा सोमवार को सुबह 6 से 10 बजे के दौरान पंचमहाल जिले के मोरवा हडफ में सर्वाधिक 157 मिलीमीटर वर्षा हुई. इस प्रकार पूरे गुजरात में इस साल मौसम की 91.88 फीसदी वर्षा रिकॉर्ड की गई.
ब्योरे के मुताबिक राज्य के 206 में से 59 जलाशय लबालब हो भर चुके हैं, 72 जलाशय हाई अलर्ट और 22 जलाशय अलर्ट पर हैं. 9 जलाशयों के पानी बाहर निकलने की चेतावनी दी गई है. 7 नदियां ओवरफ्लो हैं. इसके अलावा गुजरात की जीवनडोर समान सरदार सरोवर नर्मदा बांध में कुल संग्रहण क्षमता का 88.74 फीसदी यानी 2,96,459 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) पानी जमा है.
पूरे राज्य के हालात का लिया जायजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश के कारण बिजली बहाली, सड़क मार्गों-यातायात या आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर हुए प्रभाव को भी युद्धस्तर पर पहले की तरह सामान्य किया जाये. वर्षा के चलते समग्र गुजरात में 7009 गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जिनमें से 6,977 गांवों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई. इतना ही नहीं; वर्षा से क्षतिग्रस्त हुए 6,090 बिजली के खंभों में से 5,961 की मरम्मत कर दी गई है.
बैठक में मौसम विभाग के अधिकारियों ने गुजरात में अगले दो-तीन दिनों भारी वर्षा के अनुमान तथा रेड अलर्ट के बारे में जानकारी दी. मौसम विभाग के अनुमान के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कच्छ व सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी वर्षा की संभावना को देखते हुए वहां के जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग दौरान जिला कलेक्टरों से वार्ता
भूपेंद्र पटेल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान खासतौर पर नवसारी, वलसाड, डांग, पंचमहाल, वडोदरा और छोटा उदेपुर सहित अधिक प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और वडोदरा महानगर पालिका आयुक्त के साथ बातचीत की और उन्हें नदियों में पानी की आवक, यातायात नियमन और निचले क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की योजना पर काम करने को कहा.