गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) का वर्चुअल उद्घाटन किया, साथ ही बैठक में भी शामिल हुए. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे.

इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मोदी सरकार ने भारत को नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया हुआ है और इस के लिए बहुत काम हो रहा है. उन्होंने आगे कहा, यह एक वैश्विक समस्या है, इस लड़ाई को शिद्दत और जुनून के साथ लड़ना होगा. इस मौके पर उन्होंने कहा हमने लक्ष्य रखा है कि देश में हर राज्य में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो बनाया जाए स्थापना की जाए.

“नशे का पैसा नक्सलवाद में होता है इस्तेमाल”

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का उद्घाटन करने के बाद अमित शाह ने कहा, दुनिया के कई देश नशे के खिलाफ लड़ाई हार चुके हैं. उन्होंने आगे कहा, नारकोटिक्स से कमाया हुआ पैसा आतंकवाद और नक्सलवाद में इस्तेमाल होता है. नारकोटिक्स से अर्जित किया हुआ धन देश को बर्बाद करने में लगा है.

अमित शाह ने सामने रखे आंकड़े

अमित शाह ने नारकोटिक्स ऑफिस की जानकारी देते हुए कहा, नशे की रोकथाम के लिए यह प्रभावी कदम उठाया गया है और 5000 वर्ग फीट में रायपुर में नारकोटिक्स का ऑफिस फैला हुआ है. साथ ही उन्होंने चिंता जताते हुए कहा, ड्रग ट्रैफिकिंग का ट्रेंड बदल रहा है, सिंथेटिक ड्रग का इस्तेमाल बढ़ रहा है ये काफी खतरनाक है.

अमित शाह ने बताया कैसे बढ़ रहा नशा

गृह मंत्री ने बताया, छत्तीसगढ़ में गांजे की तस्करी एक बहुत बड़ी चुनौती है. छत्तीसगढ़ में गांजे की राष्ट्रीय खपत का अनुपात दोगुना है. जांच एजेसियों को साइंटिफिक अप्रोच ले जाने की जरूरत है. नशे का तंत्र नष्ट होना चाहिए, पूरी चेन को समाप्त करना होगा. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशे पुनर्वास केन्द्रों का बराबर अपग्रेडेशन होना चाहिए.

नशे के फैलने के लिए न्यू एज चैलेंज का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, जैसे क्रिप्टो, ई कामर्स ड्रोन के जरिए डेलिवरी, टेली हेल्थ सेवा, मोबाइल ऐप ऐसी चुनौतियां हैं जो हाल की दिनों में उपजी हैं उनपर काबू पाने के लिए प्रभावी रणनीति बननी चाहिए.

“छत्तीसगढ़ बनेगा विकसित राज्य”

अमित शाह ने बताया,छत्तीसगढ़ में नशे का इस्तेमाल 1.45 है जोकि राष्ट्रीय औसत से अधिक है, 22000 करोड़ के ड्रग्स सीज किए गए है. साथ ही उन्होंने कहा, जो लक्ष्य तय किए गए हैं उसका रिव्यू भी किया जाना है. फाइनेंशियल ट्रेंड और फंडिंग का सोर्स बड़ा चैलेंज है, कुछ ही सालों में जैसे छत्तीसगढ़ सरकार काम कर रही है, ये एक विकसित राज्य बनेगा. नशामुक्त भारत में छत्तीसगढ़ अपना प्रमुख योगदान करेगा, नशीले पदार्थों का उपयोगकर्ता विक्टिम है और व्यापार करने वाला अपराधी.