एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश की गरीब जनता के लिए तमाम तरह के योजनाओं के साथ-साथ में उन्हें सहूलियत प्रदान कर रहे हैं, बावजूद इसके आज भी लोग अपनी मनमानी करने पर बाज नहीं आ रहे हैं. मामला बाराबंकी जिले का है. यहां सरकारी राशन की दुकान पर कार्ड धारकों को वितरित किए जाने वाली शक्कर में कोटेदार के द्वारा यूरिया खाद मिलाकर कार्ड धारकों की आंखों में धूल जोकर उन्हें वितरित कर दिया गया. कार्ड धारक जब शक्कर लेकर घर पहुंचा तो उसने देखा कि इसमें यूरिया खाद मिली है, जिसके बाद कार्ड धारकों ने इसका विरोध किया है और इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की.
मामला रामनगर तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत नहामऊ का है. ग्राम पंचायत में घनश्याम गुप्ता सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान चलाते हैं. यहां पर राशन कार्ड धारकों को सरकार के द्वारा प्रदान किए जाने वाला मुफ्त राशन वितरित किया जाता है, लेकिन कोटेदार घनश्याम गुप्ता के द्वारा राशन में वितरित होने के लिए आई शक्कर में यूरिया खाद की बड़े पैमाने पर मिलावट कर दी गई और कार्ड धारकों को चीनी में यूरिया खाद मिलकर वितरित भी कर दिया गया.
कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
लोग जब शक्कर लेकर अपने घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शक्कर में तो यूरिया खाद मिली हुई है, जिसका सेवन करने से लोगों की मौत भी हो सकती है. इसलिए गांव में कार्ड धारकों ने बवाल मचाना शुरू किया और कोटेदार का जमकर विरोध किया. कार्ड धारकों का कहना है कि कोटेदार की मनमानी चरम पर है. शक्कर में यूरिया खाद मिलाकर वह हम लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है. कोटेदार के विरुद्ध कार्ड धारकों ने सख्त कार्रवाई की मांग की.
अधिकारी ने दिए जांच के आदेश
वहीं मामले को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि राशन की दुकान पर वितरित की जाने वाली शक्कर में यूरिया खाद मिले होने का मामला संज्ञान में आया है. कार्ड धारकों से मिलावटी शक्कर वापस करवा ली गई है. पूरे मामले की जांच पूर्ति निरीक्षक के द्वारा मौके पर जाकर की जा रही है. इस पूरे मामले में जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.