उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दर्दनाक मामला सामने आया है. रात में सोते समय फर्राटा पंखा में करंट उतरने से दंपति की मौत हो गई. हादसे वाले घर में सुबह शिवचर्चा कार्यक्रम आयोजित होना था. इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गईं थी. सुबह जब बच्चे सोकर उठे तो उन्होंने मां-बाप को जमीन गिरा देखा. बच्चों ने शोर मचाया. आस पड़ोस के लोग घर में पहुंचे. दोनों पति-पत्नी की मौत हो चुकी थी. हादसे के बाद घर में कोहराम मच गया. माता-पिता की मौत से बच्चे अनाथ हो गए.

जिस घर में हादसा हुआ वहां सुबह शिवचर्चा प्रोग्राम होना था. कार्यक्रम को लेकर तैयारियां की जा चुकी थी. पूरा परिवार देर रात तक तैयारियां करके सोया था. हादसे के बाद घर में मातम छा गया. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. मृतक दंपति के शवों को कब्जे में लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. मृतक दंपति के पास में उनका आठ महीने का बेटा सोया हुआ था. वह पूरी तरह सुरक्षित है.

सुबह होने वाली थी शिवचर्चा

जिले के बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सिधुआपर के रहने वाले 40 वर्षीय राजकुमार निगम रात में पत्नी के साथ तख्ते पर सोए थे. उनके साथ आठ माह का बेटा भी था. आशंका जाहिर की जा रही है की रात में किसी समय पंखा बंद हो गया तो उसे चलाने के लिए राजकुमार उठे और करंट की चपेट में आ गए. वहीं पति को बचाने के लिए पत्नी विभा भी गई और उन्होंने भी करंट की चपेट में आकर दम तोड़ दिया. सुबह घर में शिवचर्चा होने वाली थी. उसके लिए तैयारियां पूरी थी.

जमीन पर पड़े थे मां-बाप के शव

सुबह जब 12 वर्षीय बड़ी बेटी अंशुका मां को जगाने गई तो माता-पिता दोनों बेड से नीचे गिरे हुए थे. यह देखकर वह घबरा गई. उसने जोर से उन्हें आवाज देकर हिलाया लेकिन उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हुई. यह देखकर वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी. आस-पड़ोस के लोग जुट गए और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

बच्चे हुए अनाथ, प्रशासन ने दिलाया मदद का भरोसा

घटना से गांव में सनसनी फैल गई. मृतक दंपति के पांच बच्चों पल भर में अनाथ हो गए. बड़ी बेटी अंशुका अपने आठ माह के मासूम भाई को गोद में लेकर कभी रो रही थी तो कभी बहनों को चुप करा रही थी. सूचना पर पहुंचे भाजपा विधायक राजेश त्रिपाठी ने डीएम से बात कर दुर्घटना आपदा से मिलने वाले पांच-पांच लाख रुपए की मदद करवाने की बात की. जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने कहा कि कागजी कार्रवाई पूरा करने के बाद जितना जल्दी हो सकेगा बच्चों को यह राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी.