जालंधर : अपनी विभिन्न मांगों के साथ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए 5 महीने से संघर्ष कर रहे पंजाब के किसान आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जालंधर में केंद्र सरकार के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च निकालकर रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। आपको बता दें ये ट्रैक्टर मार्च किशनगढ़ से लेकर भोगपुर तक निकाला जाएगा।
किसान अपने ट्रैक्टरों पर किसान झंडा और तिरंगे के साथ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। इस संबंधी जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच अमरदीप सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए काले कानून के निरोध में ये ट्रैक्टर मार्च निकाला जा रहा है। केंद्र सरकार लगातार किसानों को दबा रहा है। वहीं पूर्व सरपंच ने बताया कि 144 धारा की पावर जो पहले डीसी के पास होती वो अब डीएसपी को दे दी गई है। इस कारण अपने हक की लड़ाई लड़ने वालों द्वारा रोष प्रदर्शन को खत्म करना है। किसान यूनियन के नेता ने बताया कि पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला जा रहा है। किसान नेता ने कहा कि सरेआम संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। किसानों का कहना है कि केंद्र द्वारा बनाए गए काले कानू को रद्द किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही घग्गर नदी में बाढ़ आने पर शंभू के आसपास के सभी गांवों में किसान मदद व अन्य सामान मुहैया कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। दूसरी तरफ किसानों के ट्रैक्टर मार्च के चलते प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट पर है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ट्रैक्टर मार्च के लिए सभी किसान नेताओं को अलग-अलग जिलों में नियमित ड्यूटी सौंपी गई है। शंभू मोर्चे पर खड़े सभी नेता बाजवा ढाबा से मार्च शुरू किया है। इसके बाद आपराधिक कानून की प्रतियां जलाई जाएंगी। जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर मार्च के दौरान किसान सरवन सिंह पंधेर अमृतसर में बाघा बॉर्डर से अमृतसर, सुरजीत सिंह फूल भगता मंडी, मंजीत सिंह राए होशियारपुर, सुखविंदर कौर मोर मंडी, सुखविंदर सिंह गिल जीरा तहसील और फिर डीसी ऑफिस फिरोजपुर, बलदेव सिंह जीरा में शामिल होंगे।