शरीर में हार्मोन्स ठीक हैं, पूरी बॉडी दुरुस्त रहेगी. हार्मोन्स का लेवल ठीक नहीं रहने पर शरीर में कई दिक्कतें होने लगती हैं. आपको बता दें कि हार्मोन हमारे शरीर के अलग-अलग कार्यों को नियंत्रित करने के लिए जरूरी रसायन होते हैं. इनके असंतुलन होने पर थायरॉइड जैसी शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

इसके साथ ही, हार्मोन इंबैलेंस के चलते प्रजनन संबंधी समस्याएं जैसे- अनियमित पीरियड्स, पीसीओडी या बांझपन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. सिर्फ इतना ही नहीं, इसके कारण मानसिक समस्याएं और स्किन से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं. लेकिन योगासन करके आप हार्मोन्स से जुड़ी समस्या से बच सकते हैं. आइए जानते हैं कि कौन से योगासन करने से हार्मोन्स की समस्या से बचा जा सकता है.

भुजंगासन

भुजंगासन भी हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद करते हैं. इस आसन को कोबरा पोज के नाम से भी जाना जाता है. येथायराइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है, जो हार्मोन का संतुलन बनाने में मदद मिलती है. इसे करने के लिए आप पेट के बल लेट जाएं. हाथों को कंधों के नीचे रखें और सांस लेते हुए सिर को ऊपर की ओर उठाएं. इस कंडीशन में आप थोड़ी देर रुकें और पैरों को नीचे लाएं.

फिश पोज

मतस्यासन यानी फिश पोज भी हमारे हार्मोंस को संतुलित करने में मदद करता है. इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और फिर आप पैरों को मोड़कर हाथों से पकड़ लें. आप लंबी सांस लेकर सिर और सीने को उठाएं.

शवासन

शवासन को कॉर्प्स पोज भी कहा जाता है. इसका रोजाना अभ्यास करने से हार्मोन्स से जुड़ी दिक्कतें दूर होंगी. इस आसन को करने के लिए आप पेट के बल लेट जाएं. अपने हाथों को शरीर के बगल में रख कर रिलैक्स करें. अपनी आंखें बंद करके आप धीरे-धीरे गहरी सांस लेते हुए छोड़ें. कुछ सेकेंड रुक कर आप फिर से इसी चीज को दोहराएं. ये तीन योगासन को करने से हार्मोन्स इंबैलेंस से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने में मदद मिलेगी.