गुजरात के सुरेंद्र नगर में निकाली गई एक तिरंगा यात्रा विवादों में आ गई है. यह तिरंगा यात्रा चोटिला तालुका के जमशानी प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने निकाली थी. यह बच्चे भगवा ड्रेस पहने हुए थे और उनके टी-शर्ट पर महात्मा गांधी और सरदार पटेल की जगह वीर सावरकर और सुभाष चंद्र बोस की तस्वीरें लगी थीं. जानकारी होने पर कांग्रेस के नेताओं ने यह तिरंगा यात्रा ना केवल बीच में रुकवा दी, बल्कि सभी बच्चों से उनकी टी-शर्ट भी उतरवा दी.

देखते ही देखते इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई और फिर पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इस घटना को लेकर राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा कि कांग्रेस या वीडियो में दिख रहे नेता वीर सावरकरजी को देशभक्ति का प्रमाणपत्र देने के योग्य नहीं हैं. तिरंगा यात्रा में शामिल बच्चों की टी-शर्ट उतरवाना और उसे ले जाना ना केवल निंदनीय है, बल्कि बेहद शर्मनाक भी है.

सुरेंद्र नगर में निकाली गई थी तिरंगा यात्रा

उन्होंने बताया कि आरोपी नेताओं के खिलाफ वीर सावरकर और नेता जी सुभाष चंद्र बोस के अपमान के आरोप में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कराई जा रही है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पूरे देश में कई दिनों से तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है. इसी के साथ हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में गुजरात के सुरेंद्र नगर में भी जगह जगह इस तरह के आयोजन हो रहे हैं. बुधवार को चोटिला तालुका के जमशानी स्कूल से भी बच्चों ने तिरंगा यात्रा निकाली थी.

गांधी-पटेल के योगदान को मिटाने की साजिश

इसके लिए स्कूल प्रबंधन ने यात्रा में शामिल बच्चों को विशेष टी-शर्ट उपलब्ध कराए थे. भगवा रंग के इन टी-शर्ट पर सुभाष चंद्र बोस के साथ वीर सावरकर की तस्वीरें लगी हुई थीं. इसकी जानकारी होने पर कांग्रेस के नेताओं ने कड़ी आपत्ति की. कहा कि देश और गुजरात में महात्मा गांधी और सरदार पटेल के योगदान को नकारने की साजिश की जा रही है. कांग्रेस के नेता लालजी देसाई ने कहा कि तिरंगा यात्रा में शामिल बच्चों के टी-शर्ट पर गांधीजी और सरदार पटेल की जगह वीर सावरकर की तस्वीर लगाने से इन लोगों की मानसिकता उजागर हो गई है.