मणिपुर में हाल ही में दो मामले सामने आए हैं, पहला एक मुठभेड़ का और दूसरा ब्लास्ट का. मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में शुक्रवार को यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के उग्रवादियों और ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच मुठभेड़ हुई, इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से गोलीबारी भी हुई. इस गोलीबारी में चार लोग मारे गए. यूकेएलएफ का एक आतंकवादी और उसी समुदाय के तीन ग्रामीण स्वयंसेवक गोलीबारी में मारे गए.

उग्रवादियों और स्वयंसेवकों के बीच हुई इस मुठभेड़ के बाद, अपने तीन लोगों की हत्या से कुकी समुदाय के लोग गुस्से में थे, जिसके चलते गांव के स्वयंसेवकों ने यूकेएलएफ के अध्यक्ष एसएस हाओकिप के घर को आग लगा दी. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, हालांकि हालात काबू में है.

बम ब्लास्ट भी हुआ

दूसरी तरफ अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले में शनिवार को एक बम विस्फोट हुआ था, जिसमें एक पूर्व विधायक की पत्नी की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि शनिवार शाम सैकुल के पूर्व विधायक यमथोंग हाओकिप के घर के पास मौजूद एक घर में ब्लास्ट किया गया. अधिकारियों ने कहा कि हाओकिप की दूसरी पत्नी सपम चारुबाला ब्लास्ट में घायल हो गई थी और उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.

जब विस्फोट हुआ तब पूर्व विधायक हाओकिप भी अपने घर में ही थे लेकिन वो सुरक्षित बच गए और उन्हें किसी तरह की चोट नहीं आई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

जातियों में चल रहा विवाद

पिछले साल मई के महीने से पूरे देश का ध्यान मणिपुर की तरफ आकर्षित हुआ है, दरअसल पिछले साल से मणिपुर की राजधानी इंफाल में दो जातियों के बीच मतभेद के चलते जंग छिड़ गई थी, दोनों जाति एक दूसरे के खिलाफ खड़ी हो गई थी. इंफाल घाटी में स्थित मैतई और मणिपुर की पहाड़ियों पर स्थित कुकियों के बीच छिड़ी इस जातीय हिंसा में 200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं.