Chhattisgarh PSC Scam: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग परीक्षा मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बुधवार को राज्य में 15 जगहों पर छापेमारी की. छत्तीसगढ़ में राज्य लोक सेवा आयोग की 2020 से 2022 के दौरान हुई भर्ती परीक्षा में बड़ा घोटाला सामने आया था. इस परीक्षा के नतीजे 11 मई 2023 को घोषित किए गए थे.
इस घोटाले के तहत आरोप लगाया गया था कि आयोग के उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों ने अपने अयोग्य रिश्तेदारों को नियुक्तियां दी थीं. जिसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. वहीं, सीबीआई द्वारा कथित तौर पर भाई-भतीजावाद का फायदा उठाने वालों में रायपुर में 6, बिलासपुर में एक, धमतरी में 2 समेत 15 ठिकानों पर छापेमारी जारी है.
15 अभ्यर्थियों के परिसरों पर छापे मारे गए
इससे पहले छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग परीक्षा मामले में अधिकारियों के यहां छापेमारी की गई थी. वहीं, सीबीआई आज इस मामले में अभ्यर्थियों के यहां छापेमारी कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने 16 ऐसे अभ्यर्थियों को नामजद किया है, जिनकी डिप्टी कलेक्टर, पुलिस उपाधीक्षक समेत अन्य बड़े पदों पर नियुक्ति हुई थी.
पीटीआई के अनुसार, बुधवार को 16 में से 15 अभ्यर्थियों के परिसरों पर छापे मारे गए, जबकि एक अभ्यर्थी के आवास की तलाशी पहले ही ली जा चुकी है. इस मामले में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी, पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव और एक परीक्षा नियंत्रक पर जुलाई में अपने बेटे, बेटियों, रिश्तेदारों को मेरिट सूची में उच्च अंक दिलाने में मदद करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था.
कांग्रेस नेताओं के बेटे-बेटियां भी हैं शामिल
एजेंसी के अनुसार, भर्ती प्रक्रिया में आयोग के पूर्व अध्यक्ष सोनवानी के परिवार के पांच सदस्य लाभार्थी थे. इन पांच सदस्यों में उनके बेटे नितेश और बहू निशा कोसले (डिप्टी कलेक्टर), बड़े भाई के बेटे साहिल (पुलिस उपाधीक्षक), बहू दीपा आदिल (जिला आबकारी अधिकारी) और बेटी सुनीता जोशी (श्रम अधिकारी) शामिल हैं.
सीबीआई की एफआईआर में शामिल शिकायत में आरोप लगाया गया है कि क्रमांक 1-171 से मेरिट सूची में जगह बनाने वाले अभ्यर्थी कथित तौर पर सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों से जुड़े हैं. शिकायत में कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी भूमिका कटियार और दामाद शशांक गोयल और कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला की बेटी स्वर्णिम शुक्ला का भी नाम शामिल है.